भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविरों, प्रशिक्षण कैंपो को निशाना बनाया था। सरकार के पास सिंथेटिक अपर्चर रडार की कुछ तस्वीरें सबूत के तौर पर है। इस हवाई हमले पर कई लोग शंका जता रहे थे। पकिस्तान ने भी दावा किया था कि भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में पाकिस्तान में किसी व्यक्ति की जान नही गयी है।
रिपोर्ट के मुताबिक सरकार के पास सबूत है कि वहां चार इमारते दिख रही थी जो अभियान का निशाना थी। भारतीय रक्षा अधिकारी के बयान का हवाला देते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया ने खबर प्रकाशित की कि एसएआर की तस्वीरों में स्पष्ट रूप से हमले के पहले और बाद का दृश्य दिखाई दे रहा है और यह तय निशाने पर हमले की पुष्टि करता है।
सूत्र ने बताया कि अब यह सरकार पर है कि वह कब इन सबूतों को जारी करती है या नही करेगी। भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 जेट ने मंगलवार सुबह नियंत्रण रेखा को पार किया पाकिस्तान के बालकोट में स्थित आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था। जम्मू, कश्मीर और पुलवामा में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
विदेश सचिव विजय गोखले ने एयर स्ट्राइक की पुष्टि करते हुए कहा कि “एक बड़ी संख्या में जैश ए मोहम्मद के आतंकियों, प्रशिक्षणों और वरिष्ठ कमांडरों का उनके ठिकानों पर ही सफाया कर दिया गया है। इस कैंप को जेईएम के सरगना मसूद अज़हर का साला उस्ताद गौरी संचालित कर रहा था।
सरकार ने बताया कि यह कैंप पहाड़ी की ऊंचाई, जंगल के अंदर और नागरिकों की उपस्थिति से दूर बनाया गया था। इस हमले में तकरीबन 300 से अधिक आतंकी ढेर किये गए थे।