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    बांग्लादेश में चुनाव का ऐलान

    बांग्लादेश में आगामी आम चुनाव में सुरक्षा और मदद के लिए हजारों सैनिकों की तैनाती की गयी है। सैन्य जन सम्बंधित विभाग ने कहा कि सैनिकों की तैनाती सोमवार को होगी और 2 जनवरी तक जारी रहेगी। सैनिकों ने 389 एकड़ पर कैम्पों का निर्माण कराया हैं और नौसेना ने तटीय इलाकों के इर्द गिर्द तैनात हुए हैं। वायु सेना ने जरुरत के लिए हेलिकॉप्टर का इन्तेजाम किया है और सैनिक सड़क और हाईवे से संबंधित जरूरत को संभालेंगे।

    बांग्लादेश में सैनिकों की तैनाती

    इस माह की शुरुआत में, विभाग ने 87 सीमा इलाकों में पैरामिलिटरी बॉर्डर फाॅर्स की तैनाती की थी। बांग्लादेश में आम चुनावों से पूर्व सेनाओं की तैनाती सामान्य है। आलोचकों के मुताबिक चुनाव प्रक्रिया में आर्मी की तैनाती के कारण हिंसा हो सकती है। हालिया हफ़्तों में सैकड़ों की तादाद में लोग जख्मी हुए थे और छह लोगों की मौत हुई थी।

    आगामी 30 दिसम्बर को आयोजित चुनावों में प्रधानमन्त्री शेख हसीना सत्ता में तीसरी बार वापसी को तत्पर है। विपक्षियों की आरोप के मुताबिक चुनावों में धांधली की सम्भावना है। विभागों ने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान का आग्रह किया है। विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने वाले कोमाल हुसैन ने सैनिकों की तैनाती का स्वागत किया और कहा कि यह मतदाताओं के विश्वास को बढ़ाएगा।

    शेख हसीना के लिए खतरा हुसैन

    कोमाल हुसैन बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना के लिए एक खतरा बनकर उभरे हैं, विपक्षी दल की पूर्व दावेदार खालिदा जिया के जेल जाने के बाद से कमान हुसैन के हाथों में ही थी। बांग्लादेश की सबसे बड़ी इस्लामिक पार्टी जमात ए इस्लामी भी शेख हसीना के लिए खतरा है। शेख हसीना के कार्यकाल में पार्टी के अधिकतर नेताओं पर अपराधी गतिविधियों को लेकर गाज गिरी है।

    विपक्षियों का आरोप

    पूर्व प्रधानमन्त्री खालिदा जिया बांग्लादेश की प्रधानमन्त्री शेख हसीना की कट्टर विरोधी है। हाल ही में अदालत में जिया को चुनाव के लिये अयोग्य ठहरा दिया था, इस आदेश के खिलाफ जिया ने अदालती चुनौती दी थी। बांग्लादेश में आज़ादी के बाद यह 11 वें आम चुनाव होने जा रहे हैं और विपक्षियों का आरोप है, कि उन्हें कमजोर करने के लिए सैकड़ो कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

    अलबत्ता, अधिकारीयों के मुताबिक यह गिरफ्तारी राजनीति से प्रेरित नहीं थी और विपक्षी चुनाव के दौरान अराजकता फ़ैलाने की कोशिश कर रहे हैं।

    मुक्त व स्वतंत्र चुनाव

    हाल ही में यूएन ने सुरक्षा बलों से सभी उम्मीदवारों की निर्बाध और मुक्त चुनाव अभियान को भी सुनिश्चित करने को कहा है। संयुक्त राष्ट्र के अध्यक्ष एंटानियो गुएटरेस के प्रवक्ता ने कहा कि हम इस प्रक्रिया पर बेहद करीबी से निगाहे बनाये हुए है और हमें चुनाव में हिंसा और विपक्षी सदस्यों की गिरफ्तारी की खबरे मिली है।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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