पाकिस्तान ने मसूद अज़हर के कथित आतंकी ठिकाने बहावलपुर मदरसा का आतंकी हमले से ताल्लुक नहीं बताया हैं। भारत ने इससे पूर्व कई बार बहावलपुर मदरसा को जैश ए मोहम्मद के आतंकी ठिकाने होने का दावा किया है। पाक के सूचना और प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि कश्मीर के आतंकी हमले और मदरसा के खिलाफ कार्रवाई में कोई ताल्लुक नहीं है।
सूचना मंत्री ने दावा किया कि यह एक प्रोपोगेंडा हैं। उन्होंने कहा कि “पंजाब सरकार कल मीडियकर्मियों को बहावलपुर मदरसा में लेकर जायेगी। मीडिया खुद देख सकेगी कि यहां 700 छात्र इस मदरसे में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं और कैसे यह मदरसा चैरिटी करता हैं।”
بہاولپور میں مدرسے کو تحویل میں لیے جانے کے حوالے سے وفاقی وزیر اطلاعات @fawadchaudhry کا بیان
پنجاب حکومت کل میڈیا نمائندوں کو اس مدرسے کا دورہ کروائے گیFederal Minister for info @fawadchaudhry on #Bahawalpur Mudrassa issue: pic.twitter.com/XncoPOJdTj
— Fawad Chaudhry (Updates) (@FawadPTIUpdates) February 22, 2019
सरकार का दावा
पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार को दावा किया कि वह जैश ए मोहम्मद के बहावलपुर परिसर को अपने नियंत्रण में लेगी। बीते रोज राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद् की बैठक में यह निर्णय लिया गया था। पाकिस्तान सरकार ने बयान में कहा था कि “पंजाब सरकार बहावलपुर के माडरेस्स्टुल साबिर ऑनर जामा ए मस्जिद सुभानअल्लाह को अपने नियंत्रण में ले लेगी।”
सरकार ने यह भी कहा था कि “वह जैश के मामलों के लिए एक प्रशासनिक अधिकारी की भी नियुक्ति करेगी।” पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरूवार को राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक का नेतृत्व किया था। इस बैठक में देश की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा की गयी थी।
एनएससी की बैठक
इस मुलाकात में सेनाध्यक्ष जावेद कमर बाजवा, ख़ुफ़िया विभागों के प्रमुख, सुरक्षा अधिकारी और वित्तीय, रक्षा व विदेशी मामलों के राज्य मंत्री मौजूद थे। विदेश विभाग ने एनएससी को कुलभूषण जाधव के मामले से भी परिचित करवाया था। जिसकी सुनवाई अंतर्राष्ट्रीय न्यायिक अदालत में जारी है। जाधव मामले की सुनवाई सोमवार को शुरू की गयी थी।
जैश-ए-मोहम्मद द्वारा अंजाम दिए इस हमले में सीआरपीएफ के 44 सैनिक शहीद हो और कई सैनिक बुरी तरह जख्मी है। रिपोर्ट के मुताबिक आतंकी हमलावर की कार में लगभग 350 किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ था, जिसने सीआरपीएफ के काफिले की बस में टक्कर मारी थी। इस हमले में बस को निशाना बनाया गया था लेकिन यह धमाका इतना खतरनाक था कि इससे कई और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।