Tue. Apr 30th, 2024
    बलोच नेता

    बलूचिस्तान के आज़ादी समर्थक नेता अल्लाह निजार बलोच ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक खुला पत्र लिखा है और कहा कि “अगर जॉर्ज वांशिगटन एक आतंकवादी नहीं थे तो बलूच भी नहीं है।” उन्होंने कहा कि “सोचिये अमेरिका क्या बनता और आज क्या है अगर 1776 में फ्रांस और अन्य यूरोपीय देश जॉर्ज वांशिगटन और अन्य को आतंकवादी घोषित कर देते और उपनिवेशको को कुचलने के लिए ब्रिटेन का साथ देते।”

    उन्होंने कहा कि “हम बलूच बीते आत दशकों से पाकिस्तान राज्य के आतंकवाद का विरोध करते रहे हैं। पाकिस्तानी सेना सबसे बेहतरीन हथियारों से सुसज्जित है। पाकिस्तान की सेना ने हजारो बलूच का अपहरण किया, हत्या की और प्रताड़ित किया था। हमारे मृतकों के अंगो का वह व्यापार करते हैं, हमारी महिलाओं का बलात्कार करते हैं और गाँवों को आगजनी करते हैं।”

    उन्होंने कहा कि “सहिष्णु और उदारवाद विश्व के चैंपियन बलोच का सहयोग करने में विफल साबित हुए हैं। बलूच नागरिकों के खिलाफ इस्तेमाल किये जाने वाले हथियारों और लडाकू विमानों को आपके पूर्व सत्ताधारियो ने पाकिस्तान को मुहैया किया है लेकिन आप तो उनसे भी चार कदम आगे निकले। आपके प्रशासन ने हमें आतंकवादी घोषित कर दिया। क्योंकि हम चीन और पाकिस्तान को अपने संसाधनों को लूटने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। हम ऐसा नहीं होना देंगे। चाहे आपका प्रशासन हर एक बलूच को आतंकवादी घोषित कर दे। हम अपने चाकुओं और मशीन गनो के साथ लड़ते रहेंगे।”

    उन्होंने कहा कि “विश्व हमसे क्या उम्मीद करता है? आपने अपने एक टुकड़े के लिए लड़ाई लड़ी है और हम अपने दोनों हाथो से गैस, कॉपर और सोने को लूटने पर चुप्पी साधे रहे। हमारी बंदरगाह सीमा किसी के साम्राज्य के तौर पर इस्तेमाल हो रहा है। इसके बावजूद हम आतंकवादी है।”

    उन्होंने कहा कि “हमारे लिए सबसे हैरतंगेज है कि हमने एक भी अमेरिकी नागरिक को नुकसान नहीं पंहुचाना है और आपके प्रशासन ने हमें प्रतिबंधित कर दिया है। शायद यह प्रतिबन्ध तालिबान को बातचीत की टेबल पर लाने का तरीका है या कुछ और लेकिन राजनीतिक है, मैं समझता हैं।”

    अल्लाह निजार ने कहा कि “ऐसे तुच्छ फायदों के लिए वैश्विक नेताओं को सहिष्णु मूल्यों के साथ समझौता नहीं करना चाहिए। अगर आप अपने प्राकृतिक सहयोगी बलोच को तुच्छ फायदों के लिए दरकिनार करेगे तो आपके दुश्मन आपको दरकिनार कर देंगे।”

    उन्होंने कहा कि “मैं इस ख़त का अंत आपको यह बताकर करना चाहता हूँ कि मुझे आपके देश के बारे में सबसे अच्छा क्या लगता है। मुझे अमेरिकी नागरिकों में विरोध का तरीका पसंद है। अमेरिकी नागरिकों ने विश्व को साल 1941 और 2001 में प्रदर्शित किया था, उन्हें हत्या करना पसंद नहीं था। आप जानते हैं कि बलूच की क्या खूबी है, उन्हें भी हत्या करना नहीं भाता है।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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