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    पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव को लेकर पाकिस्तान के काले-कारनामों का पता चला है। पाकिस्तान के मुताबिक जाधव को बलूचिस्तान प्रांत से गिरफ्तार किया गया था। लेकिन पाकिस्तान के इन दावों का खंडन बलूच नेता हर्बियार मर्री ने किया है।

    बलूच नेता ने कहा है कि कुलभूषण जाधव को कभी बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया ही नहीं गया है। बल्कि जाधव को पाकिस्तान द्वारा समर्थित कट्टरपंथियों ने ईरान से अपहरण कर पाकिस्तानी सेना को सौंपा था। भारत का भी यही कहना था कि जाधव का ईरान से अपहरण किया गया था।

    बलूच नेता ने कहा कि अतीत में भी ऐसी कई घटनाएं शामिल हो चुकी है जहां पर धार्मिक कट्टरपंथियों द्वारा बलूच शरणार्थियों का अपहरण किया गया है। बलूच लोगों को अफगानिस्तान से अगवा करके आईएसआई या पाकिस्तानी सेना को बेच दिया जाता है।

    बलूच नेता हर्बियार मर्री ने कहा कि 1970 दशक के अंत में पाकिस्तान द्वारा समर्थित तालिबान ने मासूम मर्री बलूच शरणार्थियों की हत्या की थी। इतना ही नहीं आतंकी संगठन तालिबान ने उनके शरीर से धड़ को काटकर अलग किया था और इनकी तस्वीरें खीचीं ताकि आईएसआई और पाकिस्तानी सेना से पैसे कमा सके।

    बलूच महिलाओं के साथ ही किया जाता है अपमानजनक व्यवहार

    इसके साथ ही 25 दिसंबर को जाधव के परिवार के साथ किए गए अमानवीय व्यवहार पर बलूच नेता ने कहा कि भारत समेत दुनिया को अपनी आंखे खोलकर देखना चाहिए कि पाकिस्तान बलूच महिलाओं के साथ भी ऐसे ही अमानवीय व्यवहार व अपमान करता है।

    बलूच नेता ने कहा कि जब पाकिस्तान, भारत से यात्रा करके अपने बेटे से मिलने आई एक बुजुर्ग महिला के साथ इस तरह का अपमानजनक व्यवहार करता है तो कल्पना कीजिए महिलाओं और बच्चों सहित बलूच कैदियों के साथ पाकिस्तान की सेना द्वारा किस तरह का व्यवहार किया जाता होगा।

    पाकिस्तान के गुप्त यातना कक्षों का नहीं है किसी को पता

    नेता हर्बियार मर्री ने बताया कि बलूच लोगों का अपहरण करके उन्हें गुप्त जगहों पर करके रखा जाता है। इस बारे में पाकिस्तानी सीनेटर ने भी कहा था कि पाकिस्तान में कई संख्या में गुप्त यातना कक्ष है।

    इनके बारे में पाकिस्तानी संसद, सुप्रीम कोर्ट सहित अन्य लोगों को पता तक नहीं है। यातना कक्ष में न जाने कितनी लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही पाकिस्तान को जहरीला सांप भी बताया है।