बांग्लादेश ने शनिवार को चुनावों से पूर्व सुरक्षा कड़ी कर दी है। ख़बरों के मुताबिक मतदान के दौरान हिंसा का अनुमान है। प्रधानमन्त्री शेख हसीना लगातार चौथी बार सत्ता में वापसी कर सकती हैं। रविवार को चुनाव से पूर्व विभागों ने 6 लाख सुरक्षा कर्मी, पुलिस और सैनिक तैनात किये हैं।
40 हज़ार सैन्य कर्मी
इन सुरक्षा बलों में रैपिड एक्शन बटालियन, नौसेना, सीमा सुरक्षा बल, तटीय सुरक्षा कर्मी और पुलिस इकाई शामिल है। इन सुरक्षा बलों को 40 हज़ार मतदान केन्द्रों की जिम्मेदारी सौंपी गयी हैं। चुनाव आयोग के अधिकारी रफीकुल इस्लाम ने कहा कि “हमने बांग्लादेश ने उच्च स्तर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया है। हमें उम्मीद है कि यहाँ का वातावरण शांतिपूर्ण रहेगा।”
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग अभी भी आश्वस्त है कि मतदान विश्वसनीय होंगे। मुक्त और निष्पक्ष चुनाव के लिए हम अपनी सर्वश्रेष्ठ कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद विभाग चुनाव के दिन इन्टरनेट की गति को धीमा कर सकती है, ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
बांग्लादेश में आज़ादी साल 1971 के बाद यह 11 वें आम चुनाव है, जिसमे मुख्य दल आवामी लीग और बांग्लादेश नेशनल पार्टी है।
इन्टरनेट सेवा ठप
बांग्लादेश टेलीकम्यूनिकेशन रेगुलेटरी कमीशन ने गुरुवार को सभी मोबाइल संचालकों से समस्त देश में 3 जी और 4 जी सर्विस को बंद करने को कहा था। देश में केवल 2 जी सर्विस ही सक्रिय रहेगी। बांग्लादेश टेलीकम्यूनिकेशन रेगुलेटरी कमीशन ने गुरुवार को सभी मोबाइल संचालकों से समस्त देश में 3 जी और 4 जी सर्विस को बंद करने को कहा था। देश में केवल 2 जी सर्विस ही सक्रिय है।
विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
विपक्षी दल ने बताया कि बांग्लादेश की पुलिस ने अभी तक 10,500 विपक्षी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है।विपक्षी दलों ने कहा कि 8 नवम्बर को चुनाव के ऐलान के बाद गिरफ्तारियों ने भय का माहौल तैयार कर दिया है। बीएनपी के इस्लामिक साझेदार, जमात ए इस्लामी ने कहा कि 3500 से अधिक समर्थक हिरासत में हैं।
मानव अधिकार निगरानी कर्ता समूह ने कहा कि बांग्लादेश में आगामी आम चुनावों से पूर्व दमनकारीराजनीतिक पर्यावरण इस प्रक्रिया की दायित्वता को धूमिल कर देगा। उन्होंने कहा कि उम्मीदवारों के नामांकन के अधिकारिक ऐलान के बाद ही हिंसा फैलनी शुरू हो जाती है, और अंत तक यही माहौल जारी रहता है।