फिलिस्तीन के नागरिकों का समर्थन करते हुए प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत जल्द ही फिलिस्तिन और इजराइल के मध्य वार्ता बहाल करने की इच्छा रखता है। इस वार्ता बहाल से दोनों राष्ट्रों के मध्य चल रहे विवाद का अंत व्यापकता और बातचीत के जरिये संभव हो सकेगा।
अन्तराष्ट्रीय एकजुटता दिवस के मौके पर पीएम ने फिलिस्तीन की जनता को सन्देश देते हुए कहा कि भारत फिलिस्तान के कारणों का समर्थन करता है और फिलिस्तानी जनता के एक संप्रभु, स्वतंत्र और संघात्मक राज्य बनाने के प्रयासों के साथ भारत का एकजुट समर्थन है।
भारत ने फिलिस्तान के छात्रों के लिए सालाना छात्रवृत्ति में वृद्धि का भी ऐलान किया था। भारत ने छह नई परियोजनाओं के निर्माण का भी ऐलान किया है, इसमें विशेष अस्पताल और फिलिस्तानी शरणार्थियों के लिए यूएन में योगदान देना भी शुमार है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी वित्तीय और तकनीकी सहायता फिलिस्तान के संस्थानों को मज़बूत करने को दर्शा रहा है।पीएम मोदी के संदेश पर संयुक्त राष्ट्र के सचिव एंतानियो गुएतरेस ने कहा कि फिलिस्तान और इजराइल के द्विराष्ट्र थ्योरी ही शांति कायम करने का एकमात्र समाधान हैं। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र 40 वर्षों से अधिक इस दिवस का आयोजन कर रहे हैं। यह आयोजन यह याद दिलाने के लिए किया जाता है कि फिलिस्तीन का मसले का समाधान अभी बाकी है।
उन्होंने कहा कि आगामी दशकों में यह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर उभरेगा और इसके परिणाम भी दुखद होंगे। भारत हर वर्ष भारतीय टेक्निकल एंड इकनोमिक कोऑपरेशन प्रोग्राम में 150 स्थान फिलिस्तान के पेशेवरों को देता है।