देश के अलग-अलग हिस्सों में रह-रह कर आरक्षण की मांग उठती रही है फिर चाहे वह हरियाणा में जाटों का आंदोलन हो या गुजरात में पाटीदारों का। सभी आन्दोलनों को जनता का भारी समर्थन मिला था और काफी हद तक यह सफल भी रहे थे। हालिया घटनाक्रम में महाराष्ट्र में मराठा क्रांति मोर्चा रैली का आयोजन किया जा रहा है। नौकरी में आरक्षण और राज्य में मराठाओं की अन्य मांगो को लेकर शांतिपूर्ण ढंग से रैलियां निकाली जा रही है। औरंगाबाद, पुणे, अहमदनगर, मराठवाड़ा और विदर्भ के बाद यह रैली अब मुम्बई तक पहुँच गई है। पिछले साल 9 अगस्त को पहले मराठा क्रांति मूक मोर्चा का आयोजन हुआ था। तब इसमें राज्यभर से लाखों लोगों ने भाग लिया था। कई बार ऐसी रैलियां उग्र रूप धारण कर हिंसा पर उतारू हो जाती है। इसे देखते हुए इस बार सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। लाखों प्रदर्शनकारियों को देखते हुए मुंबई पुलिस ने विशेष सुरक्षा बलों को भी तैनात किया है।
रैली की वजह से देश की आर्थिक राजधानी मुम्बई की रफ़्तार न थमे, इसलिए मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने पहले से ही एहतियात बरतने के निर्देश दे दिए हैं। रैली की वजह से स्कूली बच्चे जाम में न फंसे इसलिए दक्षिण मुम्बई के 500 से भी अधिक स्कूलों को एहतियातन बंद करा दिया गया है। राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दक्षिण मुम्बई के दादर, माहिम, वरली, सायन और भायखाले के स्कूल एक दिन के लिए बंद रहेंगे। मराठा क्रांति मोर्चा राज्यभर में 57 जगहों पर रैली का आयोजन कर रहा है। आज सुबह से ही मुम्बई में जगह-जगह जाम लगना शुरू हो गया है। ठाणे ईस्टर्न एक्सप्रेस वे पर इस रैली के कारण भयंकर जाम लग चुका है। रैली की वजह से मुम्बई की ‘लाइफलाइन’ कही जाने वाली लोकल ट्रेनों के परिचालन पर भी असर पड़ा है। ट्रेन के इन्तजार में हजारों लोगों की भीड़ कांदीवली रेलवे स्टेशन पर इकट्ठी हो गई है।