प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय मेट्रोलॉजी सम्मेलन में अपने देश के वैज्ञानिकों का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने संबोधन में कहा कि उन्हें भारत के वैज्ञानिकों पर बहुत गर्व है। वहीं प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय एटॉमिक टाइमस्केल और भारतीय निदेशक द्रव्य प्रणाली को भी राष्ट्र को समर्पित किया।
साथ ही प्रधानमंत्री ने स्वदेशी उत्पादों की महत्व को भी समझाया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया के बाजारों को भारतीय उत्पादों से भरने के लिए ही नहीं, बल्कि उपभोक्ताओं के संतुष्टि के लिए भी काम करेगा। मेक इन इंडिया के तहत बनाए गए उत्पाद सिर्फ संख्या में नहीं नहीं बल्कि गुणवत्ता में भी बेहतरीन होने चाहिए। और साथ ही ये उत्पाद सारे विश्व की जरूरतों को पूरा करने वाले होने चाहिए। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत कोविड-19 वैक्सीन को शुरू करने वाला देश बनने जा रहा है।
इसी बीच उन्होंने कोरोना योद्धाओं और डॉक्टरों व वैज्ञानिकों की भी तारीफ करी, साथ ही कहा कि भारत में दुनिया में सबसे बड़े स्तर पर वैक्सीन उत्पादन हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत पर्यावरण व अन्य क्षेत्रों में अग्रणी भूमिका निभाने जा रहा है लेकिन तकनीकी उपकरणों के लिए भारत आज भी विदेशों पर निर्भर है। ये स्तिथि हमें बदलनी होगी।
एटॉमिक टाइम स्केल व भारतीय निदेशक द्रव्य प्रणाली को समर्पित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस उपलब्धि के बाद भारत इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो जाएगा। और साथ ही पर्यावरण और प्रदूषण सुधार के लिए सस्ते और बेहतरीन उपकरण अपने देश में ही बनने लगेंगे। वहीं भारत का वैश्विक बाजार में तकनीकी स्तर पर प्रसार होगा। इन उपकरणों से हमारा नेवीगेशन सिस्टम और ज्यादा सटीक व मजबूत होने वाला है। यह मिलिट्री व वायु सेना आदि के बहुत काम आ सकता है।