प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6 जनवरी को केरल के पठानामिट्ठा जिले की यात्रा पर होंगे जहाँ वो भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करेंगे। सबरीमाला मंदिर पठानामिट्ठा जिले में ही स्थित है।
प्रधान मंत्री मोदी 2019 के चुनावों से पहले भारत भर में 100 रैलियों को संबोधित करेंगे जिनमे से 3 रैली केरल में होगी। पहली रैली 6 जनवरी को पठानमथिट्टा में आयोजित की जाएगी, दूसरा थ्रिस्सुर में आयोजित होने की संभावना है। तीसरी रैली के लिए अभी स्थान का चयन नहीं किया गया है।
बीजेपी का मानना है कि पार्टी पठानमथिट्टा, त्रिशूर और तिरुवनंतपुरम संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी जमीन मजबूत कर रही है और प्रधानमंत्री की रैलियों से पार्य्कर्ताओं में उत्साह का संचार होगा।
सबरीमाला मुद्दे पर केरल पिछले कुछ महीनो लगातार चर्चा में रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश देने का निर्देश दिया था जिसके बाद भगवान अयप्पा के भक्तों और दक्षिण पंथी संगठनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भरी विरोध प्रदर्शन किया था।
केरल सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करना चाहती है जबकि मंदिर प्रशासन और भक्त मंदिर की परंपरा के टूटने के सख्त खिलाफ हैं।
भाजपा लम्बे समय से केरल में पाँव जमाने की कोशिश कर रही है। 20 लोकसभा सीटों वाले केरल में 2014 में भाजपा एक भी सीट जितने में सफलता हासिल नहीं कर पायी थी। राज्य में संघ और लेफ्ट कार्यकर्ताओं के बीच खुनी जंग की नौबत भी आई जिसमे कई संघ कार्यकर्ताओं को जान गंवानी पड़ी।
विश्लेषकों का मानना है कि सबरीमाला मुद्दे का लाभ उठा कर भाजपा राज्य में अपनी जड़ें मजबूत करना चाहती है लेकिन हाल ही में हुए स्थानीय चुनावों में भाजपा को नुकसान उठाना पड़ा था।
दक्षिण के राज्यों में भाजपा का जनाधार बस कर्नाटक में ही है। 2016 में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा को 15 फीसदी वोटों के साथ बस 1 ही सीट हासिल हुई थी।