अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो और अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने आग्रह किया कि अफगानिस्तान की दो दशक की जंग को समाप्त करने के प्रयासों में यह तीव्रता लाने का वक्त है। अमेरिका अफगानी जंग को खत्म करने के लिए तालिबान के साथ बातचीत कर रहा है।
दोनों पक्षों की फोन पर बातचीत
राज्य सचिव ने ट्वीट किया कि “राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ कल अच्छी बातचीत हुई थी। अफगानिस्तान में जंग की समाप्ति के लिए प्रयासों में तीव्रता को बढाने के वक्त पर हम अब राज़ी है। सभी पक्षों को अफगान शान्ति प्रक्रिया को को आगे बढाने का प्रास करना चाहिए। ”
बुधवार को फ़ोन कॉल में माइक पोम्पियों ने अशरफ गनी को आश्वस्त किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की दक्षिण एशिया रणनीति में कोई परिवर्तन नहीं है। इसमें अमेरिका की सैनिको की वापसी की प्रतिबद्धता भी शामिल है। पोम्पियों ने बताया कि वह जॉइंट चीरफ ऑफ़ स्टाफ के चेयरमैन जनरल जोसफ दुंफोर्ड और अफगान सुलह के विशेष प्रतिनिधि ज़लमय खलीलजाद को अगले कदम की तफ्सील से चर्चा के लिए अफगानिस्तान भेज रहे है।
गनी ने सचिव स्तर की मुलाकात का स्वागत किया और अमेरिका के साथ मिलकर कार्य करने की अफगानिस्तान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की थी। ताकि एक स्थिर, शांतिपूर्ण, लोकतान्त्रिक अफगानिस्तान मिल सके और आतंकवाद के लिए कोई जगह न हो।
शान्ति वार्ता का आयोजन
जलमय खलीलजाद तालिबान के साथ शान्ति प्रक्रिया के समझौते के लिए बातचीत कर रहे हैं। इसके तहत अफगानी सरजमीं से अमेरिकी सैनिको की वापसी होगी और आंतरिक अफगान वार्ता का आयोजन किया जायेगा।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि “अफगानिस्तान की जंग को दस दिनों में खत्म कर सकते हैं लेकिन इसके कारण एक करोड़ नागरिकों की जिंदगियां जाया हो जाएगी।”
डोनाल्ड ट्रम्प ने बीते वर्ष ऐलान किया था कि जंग से जूझ रहे राष्ट्र से अमेरिकी सैनिको की वापसी होगी और इस संघर्ष को उन्होंने हास्यपद करार दिया था। ट्रम्प ने अपनी संभावित सैन्य योजना के बाबत कहा कि “मैं इस मार्ग पर नहीं चलना चाहता हूँ।”