Mon. Dec 23rd, 2024
    बांग्लादेश दौरा रोहिंग्या

    पोप फ्रांसिस का म्यांमार दौरा आज गुरूवार को समाप्त हो गया है। अब पोप बांग्लादेश की रवानगी करेंगे। पोप दो देशों के दौरे पर निकले है। पोप फ्रांसिस के म्यांमार दौरे के दौरान उन्होंने रोहिंग्या नाम का उल्लेख नहीं किया।

    सभी को उम्मीद थी कि पोप फ्रांसिस म्यांमार दौरे के दौरान रोहिंग्या मुस्लिम शरणार्थियों का मुद्दा उठा सकते है और इस पर म्यांमार सरकार को घेर सकते है। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।

    पोप फ्रांसिस का म्यांमार में राजनियक सम्मान किया गया लेकिन उन्होंने एशिया के सबसे बड़े मानवतावादी संकट के बारे में कुछ भी नहीं कहा।

    रोहिंग्या का नाम नहीं लेने से कई मानवाधिकार संगठनों व रोहिंग्या शरणार्थियों ने निराशा व्यक्त की है। म्यांमार आने से पहले तो कई बार पोप फ्रांसिस ने रोहिंग्या का मुद्दा उठाया था लेकिन दौरे के दौरान इस मुद्दे पर बात भी नहीं की।

    कैथलिकों ने किया था पोप को मना

    दरअसल म्यांमार के अल्पसंख्यक कैथोलिकों ने वेटिकन सिटी को अवगत करा दिया था कि म्यांमार दौरे के दौरान पोप अगर रोहिंग्या का नाम लेते है तो उन्हें म्यांमार में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। बौद्ध धर्म बाहुल्य म्यांमार में ईसाईयों को इसका खामियाजा भी भुगतना पड़ सकता है।

    इसलिए ही पोप ने रोहिंग्या नाम का जिक्र नहीं किया। एमनेस्टी इंटरनेशनल, मानव अधिकार वॉच और रोहिंग्या ने पोप की आलोचना की है। रोहिंग्या की वास्तविक स्थिति का पता लगाने के लिए पोप फ्रांसिस म्यांमार में जा सकते थे।

    लेकिन उन्होंने इस मुद्दे पर ऐसा कुछ भी नहीं किया। म्यांमार के आखिरी दौरे के दिन पोप ने यंगून में युवा कैथलिकों के साथ एक जश्न में शामिल हुए। ये लोग अपने पारंपरिक कपड़ों में नजर आ रहे थे। आज वे बांग्लादेश जाएंगे।