अमेरिका के रूस के मध्य तनातनी का दौर बढ़ता चला जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि पेरिस में रुसी राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन के साथ बैठक निश्चित नहीं है। अमेरिका और रूस के राष्ट्रपतियों को इस सप्ताह पेरिस में आयोजित प्रथम विश्व युद्ध की 100 वीं सालगिरह पर शरीक होना है।
एर्जेंटिना में नवम्बर 30 और 1 दिसम्बर को आयोजित जी-20 सम्मलेन में डोनाल्ड ट्रम्प और व्लामिदिर पुतिन शिरकत करेंगे। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि एर्जेंटिना की बैठक में मुलाकात की संभावनाएं हैं। रुसी राष्ट्रपति से मुलाकात के बाबत डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि अभी तक हमने कुछ तय नहीं किया है, हमें नहीं मालूम की वह मुलाकात के लिए सही जगह है। उन्होंने कहा कि वह पेरिस किसी दूसरे मकसद से जा रहे हैं।
हाल ही में मीडिया ख़बरों के मुताबिक रुसी राष्ट्रपति पेरिस में डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात करना चाहते हैं। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि शायद हम जी-20 की बैठक में मुलाकात करें और संभव है कि उसके बाद भी रुसी राष्ट्रपति से मुलाकात होती रहेगी।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम काफी बैठके करेंगे, लेकिन मैं निश्चित नहीं हूं, पैरिस में मुलाकात हो भी सकती है और नहीं भी हो सकती है।
डोनाल्ड ट्रम्प रूस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाते रहे हैं। उन्होंने रूस पर प्रतिबन्ध लगाने के लिए अमेरिकी सीनेट में कासटा कानून पारित किया था। उन्होंने रूस पर हथियारों की खरीद- फरोख्त करने पर पाबंदी लगा रखी है। रूस के साथ अगर कोई देश हथियारों का सौदा करता है, तो उस देश पर भी अमेरिकी कानून के तहत प्रतिबन्ध लगाये जायेंगे।
अमेरिका ने हाल ही में चीन की सेना पर रूस से हथियार खरीदने के कारण आर्थिक प्रतिबन्ध लगा दिए थे। भारत ने भी रूस से एस- 400 मिसाइल प्रणाली का सौदा किया था। अमेरिका के राष्ट्रपति से इस बाबत पूछने पर उन्होंने कहा कि भारत को परिणाम जल्द ही पता चल जायेगा।