अक्सर हमारे पेट में एसिडिटी और गैस की प्रॉब्लम हो जाती है। ये सभी समस्यांए पाचन संबंधी विकार होते हैं।
अगर हमें पाचन संबंधी विकार होते हैं तो ऐसे में हमारे पेट में एसिडिटी और गैस के अलावा भी एक अन्य गंभीर बीमारी हो जाती है जिसे स्टमक अल्सर या पेट के छालों के नाम से जाना जाता हैं।
पेट में छाले होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे जंक फ़ूड, तले भुने या मसालेदार भोजन का लगातार सेवन करना।
इन सब चीज़ों से हमारे पेट में एसिडिटी और गैस हो जाती है जोकि आगे चलकर पेट में छाले पैदा कर देती है।
इस लेख में हम बात करेंगे कि पेट के छालों के लक्षण क्या हैं और उनके निवारण क्या-क्या हैं?
विषय-सूचि
पेट में छाले होने के लक्षण
जब हमारे पेट में छाले हो जाते हैं तो हमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई पड़ते हैं:
- पेट भारी लगना।
- उल्टी और मतली आना।
- तेज़ी से वज़न घटने लगना।
- पेट के निचले हिस्से में धीरे धीरे दर्द महसूस होना।
- ओसोफेगस या ग्रासनाल में एसिड जैसा खट्टापन महसूस होना।
- कुछ भी खाने पर पेट का अचानक भरा और भारी महसूस होना तथा दर्द होना।
- सीने में जलन होना।
- उल्टी का कलर कॉफ़ी या खून के जैसा होना।
- एनीमिया या शरीर में खून की कमी होना।
ये सभी लक्षण पेट में छाले होने के हो सकते हैं या फिर कभी कभी ऐसा होता है कि हमें लगातार एसिडिटी रहने पर भी इस तरह के लक्षण हो सकते हैं।
किसी भी नतीजे पर पहुँचने से पहले उस चीज़ को अच्छे से एनालाइज कर लें और डॉक्टर से सलाह ज़रूर ले लें।
डॉक्टरी चेकअप यह कन्फर्म कर देता है कि वास्तव में हमें कौन सी समस्या है और कौन सी नहीं! इसलिए ज़रूरी है कि किसी भी बात से डरने के बजाय उसका कन्फर्मेशन किया जाए।
आइए अब बात करते हैं कि पेट के छालों के लिए कौन कौन सी वस्तुएँ ज़िम्मेदार होती हैं?
पेट में छालों के कारण
- लंबे समय तक एंटीइंफ्लामेट्री दवाइयों का सेवन जैसे एस्प्रिन, नेप्रोसिन आदि।
- जंक फ़ूड या बहुत ज़्यादा मसाले वाले भोजन का सेवन करना।
- धूम्रपान, शराब या मसाला खाना।
- अनुवांशिक गुण अर्थात यदि परिवार में पहले किसी को रहा हो।
- काम की अधिकता के कारण होने वाला तनाव।
ये तो हो गए पेट में छाले होने के लक्षण और कारण!
आइए देखते हैं की पेट में छाले होने पर क्या उपाय करने चाहिए और किन चीज़ों से बचना चाहिए।
पेट में छाले होने पर परहेज
- धूम्रपान या स्मोकिंग और शराब के सेवन से बिलकुल दूर रहना चाहिए।
- जहाँ तक कोशिश हो सके वहाँ तक स्ट्रेस फ़्री रहना चाहिए। यदि काम का तनाव ज़्यादा हो रहा हो तो ऐसे में कुछ ऐसी चीज़ें करनी चाहिए जो तनाव को कम करें जैसे कोई अच्छी कहानी या उपन्यास पढ़ना।
- जंक फूड या ज़्यादा मसालेदार भोजन से दूर रहना।
- ज़्यादा मात्रा में रेड मीट के सेवन से बचना।
- चाय और कॉफ़ी यानी जिन चीज़ों में ज़्यादा कैफीन होता है उन चीज़ों के सेवन से दूर रहना।
- ज़्यादा फ़ैट वाले डेयरी उत्पादों से दूर रहना।
- ज़्यादा नमक मिर्च वाले भोजन को अनदेखा करना।
पेट में छाले का इलाज
1. करें अदरक का सेवन
यदि आपके पेट में छाले हो रहे हों तो ऐसे में अदरक आपकी काफ़ी मदद कर सकता है।
एक टीस्पून अदरक को अच्छे से पीस लें।
अब इसमें एक कप पानी मिलायें। इसे आंच पर खौलने के लिए रख दें और 5 मिनट तक इसे खौलने दें।
जब यह अच्छे से खौल जाए तो इसे आँच से उतार कर छान लें।
जब यह मिश्रण ठंडा हो जाए तब इसमें शहद मिलायें।
दिन में तीन बार इस चाय का सेवन करने से पेट के छालों में काफ़ी आराम मिलता है।
दरअसल अदरक और शहद पेट में हो रही गैस या एसिडिटी को ख़त्म करते हैं। इस तरह यह छालों में काफ़ी फ़ायदा पहुँचाता है।
2. सेब का सिरका है फ़ायदेमंद पेट के छालों में
पेट के छालों में सेब का सिरका और गर्म पानी का मिश्रण काफ़ी फ़ायदा पहुँचाता है।
एक गिलास गर्म पानी लें और इसमें दो टीस्पून सिरके का रस और कुछ मात्रा में शहद मिलाएँ।
अब इन सभी इनग्रिडिएन्टस को आपस में अच्छे से मिला लें और इसका सेवन करें।
दिन में एक बार इस मिश्रण का सेवन करने से पेट के छालों में काफ़ी राहत मिलती है।
सेब का सिरका पेट में PH वैल्यू को संतुलित रखता है जिससे कि पेट में ना ज़्यादा एसिडिटी होती है और न ही क्षार बढ़ने पाता है।
3. केला दूर करता है पेट का छाले
यदि आपके पेट में छाले हो रहे हों तो ऐसे में केले का सेवन करना आपको काफ़ी फ़ायदा पहुँचा सकता है।
आप प्रतिदिन एक पका केला या बिना पका केला खा सकते हैं।
आप चाहें तो बिना पके केले को पकाकर या पाउडर के फ़ार्म में खा सकते हैं।
केला पेट की दीवारों को चिकना बनाता है और इस पर एक मज़बूत परत की तरह कार्य भी करता है।
एक तरह से केला पेट की दीवारों पर प्रोटेक्टिव लेयर जमा देता है जिससे कि पेट में एसिडिटी होने पर पेट की दीवारें घायल नहीं होती। इस तरह से केला पेट के छालों का बेहतरीन इलाज करता है।
4. एलोवेरा जूस है मुफ़ीद पेट के छालों में
प्रतिदिन 1-2 बार एलोवेरा जूस का सेवन करना भी पेट के छालों में फ़ायदेमंद होता है।
यदि हम प्रतिदिन फ़्रेश एलोवेरा जूस का सेवन करते हैं तो ऐसे में हमारे पेट में एंटीइंफ्लामेट्री गुण डेवलप होते हैं जोकि पेट के छालों से रक्षा करते हैं।
5. विटामिन ई का भरपूर सेवन
पेट में छाले होने का एक बड़ा कारण यह भी होता है कि हमारे शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाती है।
यदि हम पेट के छालों से बचना चाहते हैं या पेट के छालों का इलाज करना चाहते हैं तो हमें चाहिए कि हम प्रतिदिन 15-20 मिलीग्राम विटामिन ई का सेवन अवश्य करें।
वैसे तो विटामिन ई की कैप्सूल्स भी आती हैं। हम डॉक्टर की सलाह लेकर उन कैप्सूल्स का सेवन कर सकते हैं।
इसके अलावा हम कुछ ऐसे पदार्थों को खा सकते हैं जिनमें कि विटामिन ई पाया जाता है जैसे कि ड्राई फ्रूट्स या हरी सब्ज़ियां।
6. ग्रीन टी का सेवन बचाता है पेट के छालों से
कुछ लोग ग्रीन टी को सिर्फ़ इस वजह से जानते हैं कि यह वज़न कम करने में सहायता करती है लेकिन इसका एक दूसरा पहलू भी है।जी हाँ, ग्रीन टी पेट के छालों से भी निजात दिलाती है!
एक कप खौलते पानी में एक टीस्पून ग्रीन टी मिलाएं।
अब पाँच मिनट तक ग्रीन टी को इसी में खौलने दें फिर इसे छान लें और इसमें शहद मिलाएँ।
इस मिश्रण को गर्मा गर्म ही उपयोग करें। अगर आप अच्छे रिजल्ट्स चाहते हैं तो दिन में दो बार इस मिश्रण का सेवन करें।
इस लेख के माध्यम से हमने आपको पेट के छालों से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां देने की कोशिश की है।
हम आशा करते हैं कि अब आपको पेट के छालों से सम्बंधित समस्या से दो-चार नहीं होना पड़ेगा।
इस लेख से संबंधित यदि आपका कोई भी सवाल है तो आप उसे नीचे कमेंट पेटिका में दर्शा सकते हैं।
Mera naam viraat h
pichle 1 week se mera pet dukh raha hai or ulti aa rahi h
mujhe bhukh bhi kam lag rahi h
Kya aap koi sujhaav de sakte hain?
Hello,
ye article mujhe bahut accha laga
Green tea ka upyog karne se mere pet ke chaale khatm ho gaye!
ye article likhne ke liye dhanyavad!