पेट्रोल-डीज़ल की लगातार बढ़ती कीमतों से फिलहाल आम जनता को किसी भी तरह की राहत मिलती नहीं दिख रही है। इसी के साथ पेट्रोल और डीज़ल ने एक बार फिर से छलांग लगाई है, जिसके बाद पेट्रोल ने एक बार फिर से अपनी महंगाई का एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
एक ओर जहाँ राजधानी दिल्ली में पेट्रोल के दामों में ₹0.24 प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई, वहीं देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में पेट्रोल के दामों में ₹0.30 प्रति लीटर की बढ़ोतरी दर्ज़ हुई। इसी के साथ वर्तमान में मुंबई और दिल्ली में पेट्रोल के दाम क्रमशः ₹ 83.73 व ₹91.08 रुपये प्रति लीटर पहुँच गए हैं।
कल ही सरकारी तेल कंपनीयों ने पेट्रोल और डीज़ल के दामों में बढ़ोतरी कर दी थी, जिसकी वजह से आज पेट्रोल और डीज़ल की बढ़े हुए दाम बाज़ार में आए। इसी तरह देखा जाये तो इसी साल अगस्त से पेट्रोल और डीज़ल के दामों में क्रमशः 8 प्रतिशत व 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज़ हुई है।
पेट्रोल-डीज़ल के बढ़ते हुए दामों को लेकर सवालों के घेरे में आए केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया इसका कारण डॉलर के मुक़ाबले कमजोर होता रुपया है, जिसकी वजह से हमें महंगे दामों में अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार से तेल खरीदना पड़ रहा है। सूत्रों की माने तो अभी दामों में इस तरह की बढ़ोतरी आगे भी देखने को मिल सकती है।
इसके अलावा आपको बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच विवाद के चलते कच्चे तेल की कीमतों में आने वाले समय में कोई कटौती होती नहीं दिख रही है। ऐसे में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जल्द कमी होने के संभावनाएं कम हैं।
ऐसे में ये देखना महत्वपूर्ण होगा कि 2019 में होने वाले आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए विपक्ष सरकार को इस मुद्दे पर किस तरह से घेरता है?