कश्मीर के पुलवामा में सुरक्षा जवानों पर हुए एक भयानक आंतकी हमले के एक दिन बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का बयान आया है। शुक्रवार के जारी इस बयान में राहुल गांधी ने कहा है कि “कांग्रेस और पूरा विपक्ष सरकार व शहीद जवानों के साथ खड़ा है।”
दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉफ्रेस के दौरान राहुल ने कहा कि “आतंकी हमले को अंजाम देकर वो हमारा मुल्क बांटना चाहते है, लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे। इस समय पूरा विपक्ष सरकार और सुरक्षा जवानों के साथ खड़ा है।
प्रधानमंत्री का बयान कि “यह समय देश के लिए बेहद भावुक क्षण है। इसमें सभी को राजनीतिक हित छोड़कर एकसाथ खड़े होना चाहिए।” इसके बाद ही राहुल गांधी ने प्रेस कॉफ्रेस कर अपनी प्रतिक्रिया दी।
राहुल गांधी ने कहा कि ‘यह हमला भारत के इतिहास के सबसे दर्दनाक हमलों में से एक है।’
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर खड़ी सीआरपीएफ जवानों से भरे बस को एक एसयूवी ने टक्कर मार दी। कार में विस्फोटक भरे होने के कारण जोरदार धमाका हुआ और जवानों से भरे बस के परखच्चे उड़ गए। इस घटना को जैश-ए-मोहम्द संगठन ने अंजाम दिया है। शुरुआत में आई जानकारी के मुताबिक 44 जवान शहीद हुए थे। हालांकि अभी तक 37 जवानों के शहीद होने की पुष्टि हो पाई है।
I’m deeply disturbed by the cowardly attack on a #CRPF convoy in J&K in which many of our brave CRPF men have been martyred and a large number wounded, some critically. My condolences to the families of our martyrs. I pray for the speedy recovery of the injured.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 14, 2019
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि “यह पूरे देश के लिए शोक और दु:ख का समय है। ऐसे में हम सरकार के साथ हैं। फिलहाल कुछ दिनों तक पार्टी किसी और विषय में चर्चा नहीं करेगी।”
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि आतंकवाद एक कुप्रवृति के खिलाफ सभी को एकजुट होकर लड़ना होगा। उन्होंने कहा “आतंकवाद एक संकट है जिसका हम सब मिलकर मुकाबला करेंगे।”