अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ 14 मई को रूस के दक्षिणी शहर सूचि में रुसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव से मुलाकात करेंगे। अमेरिका के राज्य विभाग ने शुक्रवार को बयान में कहा कि “इस मुलाकात में तीनो द्विपक्षीय और बहुपक्षीय चुनौतियों की पूरी श्रृंखला पर चर्चा करेंगे।”
रूस और अमेरिका के बीच कई वैश्विक मसलो पर मतभेद बने हुए हैं, इसमें सीरिया और वेनेजुएला में राजनीतिक और नागरिक अशांति भी शामिल है। स्पुटनिक की रिपोर्ट के मुताबिक, माइक पोम्पिओ 12 मई को वांशिगटन से निकलेंगे और उसी दिन मॉस्को पंहुच जायेंगे।
बीते हफ्ते अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक घंटे तक रुसी राष्ट्रपति से फ़ोन पर बातचीत की थी। हाल ही में स्पेशल कॉउन्सिल ने रोबर्ट मुएलर की साल 2016 में आयोजित राष्ट्रपति चुनावो में रूस की दखलंदाज़ी के बाबत रिपोर्ट जारी की थी।
यह लावरोव और पोम्पिओ की इस माह की दूसरी मुलाकात है। दोनों राजनयिकों ने इससे पूर्व फ़िनलैंड के उत्तरी शहर रोवनीमी में मुलाकात की थी। जिसमे उन्होंने दोनों देशों के बीच रणनीतिक स्थिरता पर चर्चा की थी। वेनेजुएला के राजनीतिक संकट में रूस और अमेरिका ने विरोधी पक्षों का समर्थन किया है।
वेनेजुएला के आंतरिक मामले में दखलंदाज़ी के लिए दोनों देशों ने एक-दुसरे पर आरोप लगाया था। अमेरिका के शासन का अधिकारी माइक पोम्पिओ है जिन्होंने ‘सैन्य कार्रवाई की सम्भावना’ के बाबत चेतावनी दी थी। उन्होंने रुसी समकक्षी से फ़िनलैंड में आयोजित आर्कटिक कॉउन्सिल समिट के इतर मुलाकात की थी।
डोनाल्ड ट्रम्प और माइक पोम्पिओ के बयान में मतभेद के बाबत राज्य विभाग सचिव ने अपने बयान का बचाव करते हुए कहा कि “कोई अंतर नहीं है। जो राष्ट्रपति ने कहा मैं भी वही सोचता हूँ बल्कि रूस को वेनेजुएला से बाहर निकलना ही होगा। जो वेनेजुएला के लोकतंत्र में हस्तक्षेप करेगा, हम उस राष्ट्र से यही कहेंगे।”