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    delay periods in hindi

    महीने के वो दिन जैसे जैसे करीब आते हैं, मानो जैसे कोई बड़ी मुसीबत आने वाली हो। पेट दर्द, सिर दर्द, पीठ दर्द, बेवजह का चिड़चिड़ापन, पैड की टेंशन आदि, ये सारी चीजें जब एक साथ आए तो बस भूल जाइए फिर की आप से कोई और काम होने वाला है।

    एक बार पीरियड शुरू होने के बाद इन सबको टाला नहीं जा सकता।

    किन्तु अगर उस दिन कुछ खास जैसे मीटिंग, एक्जाम या किसी महत्वपूर्ण कार्य से बाहर जाना हो तो हम इन मुसीबतों से बचना ही पसंद करेगे। और इसके लिए जरूरी है की हम पहले से ही सतर्क होकर कुछ उपाय अपनाए।

    अगर आपको अपने पीरियड रोकने हो या टालने हो तो उसके लिए दर दर भटकने की जरूरत नहीं। घर में ऐसी बहुत सी चीजें उपस्थित होती है जिनका हमें पता भी नहीं होता कि वह कितनी लाभदायक है।

    तो आइए जानते हैं कुछ घरेलू उपाए पीरियड रोकने के लिए।

    पीरियड रोकने के उपाय (how to stop and delay periods in hindi)

    1. नींबू (lemon)

    नींबू में विटामिन सी होता है। यह हमारे शरीर का विषहरण करने में काम आता है। नींबू का प्रयोग महावारी टालने अथवा छोटा करने में होता हैं। यह इलाज आज कल का जन्मा नहीं बल्कि सदियों से चले आ रहा है।

    आवश्यकताएं:

    • 1 नींबू
    • 1 ग्लास पानी

    विधि – 1 ग्लास पानी में नींबू को अच्छी तरह निचोड़ ले। इस पानी का आवश्यकता अनुसार सेवन करें।

    2. सेब का सिरका (apple vinegar for periods in hindi)

    सेब का सिरका नींबू की ही तरह शरीर का विषहरण करता हैं। यह रक्त बहाव भी कम करता हैं।

    आवश्यकताएं –

    • 2 चम्मच सेब का सिरका
    • 1 ग्लास पानी

    विधि – सेब के सिरके को पानी में मिलाए व जब महीना चल रहा हो तो इसका तीन से चार बार सेवन करें।

    3. जेलाटीन (gelatin for periods in hindi)

    यह दुनिया में सबसे ज्यादा अपनाए जाने वाले तरीकों में से एक हैं क्यूँकि यह पीरियड को कुछ घंटो के लिए तुरंत टाल सकता हैं। इस नुस्खे का सबसे ज्यादा प्रयोग चीनी दवाइयों में किया जाता हैं। यह रक्त बहाव को नियंत्रित करने में भी काम आता है।

    आवश्यकताएं –

    1 छोटा पैकेट जेलाटीन 1 ग्लास पानी

    विधि – जेलाटीन को पानी में मिलाकर इसको तुरंत पीए। एक बारी इसका सेवन करना काफी हैं किन्तु अगर बात ना बने तो दोबारा लें।

    4. तेलों के मिश्रण से मसाज (oil massage to stop period pain in hindi)

    क्लेयरी सेज का तेल गर्भाशय की मांसपेशियों के खिंचाव को कम करता है वही दूसरी ओर लैवेंडर ऑइल नसों के खिंचाव को कम करने में उपयोगी हैं। ये दोनों तेल व बादाम के तेल का मिश्रण बनाकर लगाने से पीरियड को टाला जा सकता हैं।

    जिन लोगों को मिर्गी के दौरों की दिक्कत है उनको ये उपाय नहीं करना चाहिए।

    आवश्यकताएं –

    • 6 बूंद क्लेयरी सेज का तेल
    • 6 बूंद लैवेंडर ऑइल
    • 2 से 3 चम्मच बादाम तेल

    विधि – उपर्युक्त तेलों का मिश्रण करें। इस मिश्रण से 2 से 3 बार पेट व श्रोणि क्षेत्रों में मसाज करें।

    5. अदरक (ginger to delay period in hindi)

    प्रोस्टाग्लैंडीन एक ऐसा हॉर्मोन हैं जिससे हमारा गर्भाशय पीरियड के दौरान अपनी झिल्लीयां त्याग करता हैं। अदरक अपने विद्रोहजनक गुणों के कारण जाना जाता हैं। यह इस हॉर्मोन के बाहर निकलने में बाधा डालता है। अपने इसी गुण के कारण यह चीनी दवाइयों मे इस्तेमाल किया जाता है।

    अदरक का तासीर गरम होता है। अगर आपको ब्लड प्रॉब्लम है तो आपको इसके सेवन से परहेज करना चाहिए क्यूँकि यह रक्त को पतला बनाता है।

    आवश्यकताएं:

    • आधा से एक इंच अदरक का टुकड़ा
    • 1 ग्लास पानी
    • 1 चम्मच शहद

    विधि – पानी को गरम करे व अदरक को कुछ मिनटों के लिए उसमे छोड़ दें। इस पानी को छान ले अथवा इसमें शहद मिलाकर इसका दिन में दो से तीन बार सेवन करें।

    6. हरी सेम (green sem to delay periods in hindi)

    संतुलित आहार हमारी महावार चक्र पर बहुत असर डालता है। हमें जितना हो सके उतनी हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए। हरी सेम कैल्शियम का भंडार है।

    इसका ज्यादा से ज्यादा सेवन रक्त बहाव को नियंत्रित करता व कुछ महिलाओं मे यह पीरियड बंद भी कर सकता है। यह दर्द की शिकायत से भी निजात दिलाता है।

    7. रास्पबेरी की चाय (raspberry tea for irregular period in hindi)

    रास्पबेरी अपने कसैले गुणों के लिए जानी जाती है। यह खनिज एवं विटामिन का भंडार हैं | यह महिलाओं को दर्द से छुटकारा दिलाती है व गर्भाशय के खिंचाव को कम करती है।

    इसकी चाय का सेवन कभी भी किया जा सकता है – पीरियड एवं प्रेग्नेंसी दोनों के दौरान। इसका सेवन करने से पीरियड फ्लो भी कम होता है।

    आवश्यकताएं –

    • एक मुट्ठी सुखी एवं ताजी रास्पबेरी की पत्तियाँ
    • 2 कप पानी

    विधि – पत्तियों को पानी में उबाल ले। इस पानी को छाने व ठंडा होने के बाद दिन में दो से तीन बार इसका सेवन करें।

    8. नारियल का तेल (coconut oil for delayed periods in hindi)

    नारियल के तेल में फैटी एसिड व एंटीऑक्सीडेंटस पाए जाते हैं जो महीने को नियमित रखने में एवं फ्लो को कम करने में लाभकारी होते हैं।

    आवश्यकताएं – 1 से 2 चम्मच नारियल का तेल

    विधि – एक चम्मच नारियल के तेल को गटक ले। अगर आपको इसका स्वाद पसंद नहीं तो इसको गरम पानी मे उबाल कर इसकी चाय बनाकर पीए। कुछ घंटो मे ही असर दिखना शुरू हो जाएगा।

    9. एंजेलिका रूट (angelica root to stop period in hindi)

    यह एक बहुत पुराना चीनी नुस्खा है जो कि महिलाओं की महावारी से जुड़ी समस्याओं का समाधान करती है। इसी कारण इसको ‘फीमेल जिनसेंग’ भी कहा जाता है। यह महिलाओं के हॉर्मोन्स को संतुलित रखने में बड़ी भूमिका अदा करती हैं।
    प्रेग्नेंसी एवं स्तनपान के दौरान इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

    आवश्यकताएं –

    • एक चम्मच सुखी एंजेलिका रूट
    • एक कप पानी

    विधि – पानी को उबाल लें। अब उसमे एंजेलिका रूट को कुछ देर के लिए भिगोकर रखें। ठंडा होने पर पानी छान कर उसका सेवन करें।

    10. पिल (i pill to delay period in hindi)

    कुछ महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करके अपने आप को प्रेगनेंट होने से बचाती है। अगर इन गोलियों का सही समय पर इस्तेमाल किया जाए तो यह पीरियड को टाल सकती है।

    यह पिल का मुख्य काम होता है ओवुलेशन रोकना जिससे गर्भाशय रक्त की झिल्लीयां नहीं झाड़ता। इन पिल के मुख्य घटक एस्ट्रोजन व प्रोजेस्‍टेरॉन होते हैं जो कि दोनों ही महिलाओं के हॉर्मोन्स है।

    दवाई का सेवन करते समय पैकेट के पीछे लिखे निर्देश ढंग से पड़े। एक बार आपने ये दवाई लेनी बंद करी तो पीरियड तब ही शुरू हो जाएंगे।

    ये तो बात हुई कुछ घरेलू उपाय की किंतु इसके अलावा भी एक उपाय है। बाजार में नॉरएथिस्टेरोन नामक एक दवाई भी उपलब्ध हैं। यह चिकित्सक की सलाह पर ही दी जाती है। इस दवाई के इस्तेमाल से पीरियड को 17 दिनों तक ताला जा सकता है।

    पीरियड रोकने के लिए क्या खाएं? (what to eat to delay period in hindi)

    आप जैसा खाते हैं आपके मानसिक चक्र पर वैसा फर्क पड़ता है। कुछ व्यंजन आपके चक्र को बड़ा कर सकते हैं, कुछ छोटा एवं कुछ आपके चक्र में रुकावट भी ला सकते हैं।

    कुछ आहार जिनसे चक्र छोटा किया जा सकता है व रुकावट भी लाई जा सकती है –

    1. ग्राम दाल – ग्राम दाल को अच्छी तरह से तल लें व इसको पीस लें। पिसे हुई ग्राम दाल का सूप बनाकर पीए। यह पीरियड टालने में काम आता है।
    2. गाजर – गाजर शरीर से रक्त को जल्दी निकालने में मदद करता है। ज्यादा से ज्यादा इसका सेवन करके पीरियड को जल्दी ख़त्म किया जा सकता है।
    3. पोटैशियम युक्त भोजन जैसे केला, किशमिश, दही, सैल्मन व शकरकंद फ्लो को संतुलित रखता है। इनका सेवन अधिक मात्रा में करे।
    4. मछली का तेल एवं अलसी का तेल रक्त बहाव कम करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है जिससे इसका यह लाभ जन्मा है।
    5. मानसिक फ्लो कम करने हेतु आइरन-रीच आहार जैसे गुड़, क्लेम, आलू इत्यादि का सेवन करें।
    6. हरी सेम का ज्यादा इस्तेमाल भी पीरियड टालने में उपयोगी है।

    जितना हो सके तीखे खाने से परहेज करें व हरा – भरा संतुलित आहार अपनाइए। संतुलित आहार लेने से आपका शरीर भी स्वस्थ रहेगा अथवा मानसिक चक्र में भी कोई दिक्कत नहीं होगी।

    मानसिक चक्र हमारी जीवनशैली का एक हिस्सा है। पर कभी-कभी ऐसी स्थितियां आ जाती है जहा इसको टालने में ही भलाई होती है। तो ये थे कुछ नुस्खे इन्हे अपनाए और अपनी मुश्किलों से छुट्टी पाए।

    2 thoughts on “पीरियड रोकने के उपाय और घरेलु नुस्खे”
    1. Hello mam mera periods 10 month rukane ke baad aaya hai aur ab wo 20 din ho gye periods ke aate abhi tk bleeding band hi nhi ho rhi uske liye kya kare please suggest me

      1. Mam Mera peried inregular h bt 10 din ho gye avi tk peried band ni ho rha mujhe pcod problem h Ur mai medicine v bhutt krwa chuke hu mai pregnant hone k liye try kr rhe bt kuch fark ni pd rha

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