भारत और चीन के बीच इस वर्ष कई मंत्रीय स्तरीय बातचीत हो चुकी है इसमें विदेश मंत्रियों की वार्ता भी शामिल है लेकिन अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दूसरे अनौपचारिक सम्मेलन की तैयारी चल रही है। समारोह के इतर पत्रकारों से बातचीत में बीजिंग में भारतीय दूतावास के उपसचिव अकक़ुइनो विमल ने कहा कि “भारतीय विदेश मंत्री इस वर्ष चीन की यात्रा करेंगे लेकिन मंत्रियों की मुलाकात का स्थान और कार्यसूची को अभी निश्चित नहीं किया गया है।
इस वर्ष में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच औपचारिक मुलाकात एक बाबत उन्होंने कहा कि “दोनों देशों के प्रमुखों के बीच उच्च स्तरीय सम्मेलन की योजना तय हो चुकी है। हमारे बीच उच्च स्तरीय वार्ता से पहले कई मंत्रीय स्तर की वार्ता होंगी।”
उन्होंने कहा कि “इस वर्ष निश्चित रूप दे यह यात्रा होगी और हम वास्तव में इसके लिए तत्पर है। यह अन्य मंत्री स्तरीय के समापन के साथ होगी।” बीते वर्ष नवंबर में शी जिनपिंग और नरेंद्र मोदी ने बुएनोस एरेस में आयोजित जी-20 के सम्मेलन के इतर मुलाकात की थी।
अप्रैल 2018 में दोनों नेताओं ने वुहान में अनौपचारिक मुलाकात की थी और इसके आलावा चीन के क़िंगदाओ में आयोजित संघाई सहयोग संगठन के सम्मेलन और दूसरी बार दक्षिण अफ्रीका के जोहांनेस्बियर्ग में आयोजित ब्रिक्स के समरोह में मुलाकात की थी।
विमल ने कहा कि “भारत और चीन मुलाकात के लिए बेहद इच्छुक है और दोनों देशों के बीच काफी कुछ होना शेष है। मुख्य मुलाकात विदेश मंत्रियों के बीच होगी और हम अगले उच्च स्तर यत्र की तरफ जायेंगे जहां भारत और चीन की आवाम के बीच संवाद बढ़ेगा।”
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने गुरूवार को भारतीय चुनावो के नतीजों से पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीत की बधाई दे दी थी। चीनी राष्ट्रपति ने द्विपक्षीय संबंधों को नए आयाम पर ले जाने के लिए पीएम मोदी के साथ कार्य करने का संकल्प लिया था। उन्होंने हालिया वर्षों में भारत-चीन सम्बन्धो में मज़बूत तेज़ी के प्रति संतुष्टता जाहिर की है। एक पत्र में राष्ट्रपति शी ने भारत-चीन सम्बन्धो के विस्तार की महत्वता को भी व्यक्त किया है।