प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को न्यूजीलैंड के समकक्षी जैसिंडा एर्डन से संयुक्त राष्ट्र के 74 वें सत्र के इतर मुलाकात की है और विभिन्न मामले साथ ही अंतररष्ट्रीय आतंकवाद पर भी चर्चा की थी। मुलाकात के दौरान, नेताओं ने संयुक्त हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की थी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “एक महत्वपूर्ण साझेदार के साथ संबंधों को माबूत किया जा रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ने न्यूजीलैंड के प्रधानमन्त्री जसिका एर्डन के साथ यूएनजीए के इतर मुलाकात की थी। दोनों देशो के बीच साझा मूल्य संबंधो को मज़बूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग मुहैया करेगा। दोनों पक्ष द्विपक्षीय संबंधो की समीक्षा करेंगे और राजनीतिक, सामाजिक, रक्षा, सुरक्षा और जनता से जनता के संबंध को तीव्र करने के कदमो पर चर्चा करेंगे।”
बयान जारी कर बताया कि “उन्होंने मनिला में नवम्बर 2017 में मुलाकात की थी और इससे पूर्व न्यूजीलैंड के पूर्व प्रधानमन्त्री ने अक्टूबर 2016 में भारत की यात्रा की थी।” एर्डन ने पीएम मोदी को नए रणनीतिक दस्तावेज “इंडिया 2022- इन्वेस्टिंग इन द रिलेशनशिप” के बारे में सूचित किया था।
उन्होंने बताया कि “न्यूजीलैंड में छात्र और भारतीय समुदाय दोनों देशो को जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण ब्रिज है और दोनों देशो के बीच मित्रता में योगदान दे रहे हैं।” समकालीन समय में भारत की प्रासंगिकता के समारोह में शामिल होने के लिए न्यूजीलैंड की समकक्षी को पीएम मोदी ने शुक्रिया कहा था।
भारत ने क्राइस्टचर्च पर संयुक्त न्यूजीलैंड फ्रेंच इनिशिएटिव का समर्थन किया है। बयान के मुताबिक, दोनों देश इसकी कड़ी आलोचना करते हैं और पुलवामा व क्राइस्टचर्च आतंकी हमलो के बाद एक-दूसरे के सहयोग में विस्तार किया है।
इस मुलाकात के बाद कैरिबियन कम्युनिटी एंड कॉमन मार्किट के सदस्य देशो के साथ मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने कई देशो के नेताओं के साथ मुलाकात की थी।