नितिन गडकरी ने इस बार एक ऐसा बयान दिया है जिससे भारतीय जनता पार्टी के अन्दर तूफ़ान खड़ा हो सकता है।गडकरी ने कहा कि अगर मैं पार्टी का अध्यक्ष हूँ और मेरे नेतृत्व में विधायक और सांसद अच्छा नहीं करते तो जिम्मेदारी मेरी होगी। चाहे वो कोई भी पार्टी हो, अच्छे और बुरे की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष की होती है क्योंकि वो मुख्य रणनीतिकार होता है।
गडकरी के इस बयान से निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि उनका इशारा पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की तरफ है। इससे पहले भी गडकरी ने कहा था हार और जीत की जिम्मेदारी पार्टी नेतृत्व की होती है और इसे स्वीकार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था सफलता के कई माँ-बाप होते हैं लेकिन असफलता अनाथ होता है।
गडकरी ने स्पष्ट रूप से कहा कि 2019 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी जी के ही नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। उन्होंने साफ़ साफ़ कहा कि वो किसी दौड़ में नहीं है और जो भी मतभेद की खबरें है वो मीडिया की उपज है। मीडिया बयानों को तोड़ मरोड़ कर अपने मतलब के लिए इस्तमाल कर लेता है।
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गडकरी ने हाल ही में पत्रकार विनोद दुआ द्वारा, अपने एक इंटरव्यू के वीडियो से छेड़ छाड़ कर के ये बताने की कोशिश की थी गडकरी ने नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा और मोदी का विरोध किया है। बाद में गडकरी ने फेसबुक पर पूरा इंटरव्यू पोस्ट कर सच सामने रख दिया था जिसके बाद वेबसाईट को विनोद दुआ का कार्यक्रम हटाना पड़ा था और स्पष्टीकरण देना पड़ा था।
गडकरी ने इस घटना का सन्दर्भ देते हुए कहा कि मीडिया और विरोधी पार्टियाँ एक प्रोपेगेंडा चला रहे हैं और पार्टी में मतभेद पैदा करने के मिशन पर काम कर रहे हैं लेकिन किसी की कोई कोशिश सफल नहीं होगी।