पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के मध्य युद्ध की स्थितियां बनी हुई है। पाकिस्तान ने मंगलवार को दावा किया कि भारतीय वायुसेना ने नियंत्रण रेखा यानी एलओसी को पार किया था और पाकिस्तानी सीमा में घुसपैठ की थी। सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि “भारतीय वायुसेना के विमान मुज्जफराबाद सेक्टर में घुसे थे। हालाँकि जवाबी कार्रवाई के बाद वह वापस चले गए। इसमें नहीं हुआ है।”
उन्होंने लिखा कि “भारतीय वायु सेना ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया हैं। पाकिस्तानी वायुसेना ने तत्काल जवाब दिया और भारतीय विमान वापस लौट गए।”
Indian Air Force violated Line of Control. Pakistan Air Force immediately scrambled. Indian aircrafts gone back. Details to follow.
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) February 25, 2019
Indian aircrafts intruded from Muzafarabad sector. Facing timely and effective response from Pakistan Air Force released payload in haste while escaping which fell near Balakot. No casualties or damage.
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) February 26, 2019
Indian aircrafts’ intrusion across LOC in Muzafarabad Sector within AJ&K was 3-4 miles.Under forced hasty withdrawal aircrafts released payload which had free fall in open area. No infrastructure got hit, no casualties. Technical details and other important information to follow.
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) February 26, 2019
इस स्ट्राइक के चंद घंटों बाद ही पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने तत्काल एक बैठक का आयोजन इस्लामाबाद में किया था। इस बैठा का आयोजन सुरक्षा हालातों पर चर्चा करने के लिए किया गया था। पाकिस्तान के सेनाध्यक्षजवेद कमर बाजवा कश्मीर के लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर तैनात सैनिकों से मुलाकात करने गए थे और उन्होंने सैनिकों से संभावित युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है।
उन्होंने वायुसेना के प्रमुख चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान के साथ रावलपिंडी मुख्यालय में मुलाकात की थी। जहां दोनों अधिकारियों ने खतरे और प्रतिक्रिया के बाबत बातचीत की थी।
इमरान खान की प्रतिक्रिया
हाल ही में इमरान खान ने कहा कि “पाकिस्तान पर हमला ‘अटैक पाकिस्तान’ चुनावों के मद्देनज़र किया जा रहा है। लेकिन अगर यह सब गंभीर है तो एक बात स्पष्ट है कि, पाकिस्तान बदला लेने की सोचेगा नहीं, प्रतिकार करेगा।” वीडियो सन्देश के जरिये पाक प्रधानमंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान के समक्ष इसके आलावा कोई विकल्प नहीं बचता है।”
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि “पाकिस्तान स्थिरता की तरफ बढ़ रहा है। हम ऐसी ओछी हरकत क्यों करेंगे ? अगर आपके पास कोई खुफिया जानकारी है कि पाक इसमें शामिल है, तो इसे हमें दो। मैं गारंटी देता हूँ कि कार्रवाई होगी, इसलिए नहीं कि हम दबाव में हैं बल्कि इसलिए क्योंकि वह पाकिस्तान दुश्मनों की तरह व्यवहार कर रहे हैं।”
आतंकी हमला एक आत्मघाती हमलावर द्वारा किया गया था, जिसने विस्फोटक से भरी कार को सीआरपीएफ की बस में टक्कर मार दी थी। काफिले में 70 से अधिक वाहन और 2,500 से अधिक कर्मी थे। हमला तीन साल में सबसे बड़ा हमला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी समूह ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली है।