पाकिस्तान में सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण और चरमपंथ को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है। पाकिस्तान के विभाग ने इस वर्ष सैकड़ों सोशल मीडिया साइट और अकाउंट को बंद किया है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने ऐलान किया कि सरकार ने सोशल मीडिया पर नियंत्रण के लिए नए कानून को लागू करने का ऐलान किया है।
उन्होंने कहा कि “बीते सप्ताह हमने कई गिरफ्तारियां की है और अल्लाह की दुआ से हम सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण और हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।” उन्होंने कहा कि हमारी समस्या सोशल मीडिया से हैं जो आधिकारिक मीडिया को ओवरटेक कर रही है। फॉर्मल मीडिया से ज्यादा बड़ी समस्या इनफॉर्मल मीडिया है।
हाल ही में पाकिस्तानी विभाग ने एक पत्रकार को सोशल मीडिया पर एक कथित आपत्तिजनक लेख लिखने के बाद गिरफ्तार किया गया था। मंगलवार को द न्यूयोर्क टाइम्स में प्रकशित ओपिनियन में पाकिस्तान की ताकतवर आर्मी को आलोचना की गयी कि स्थानीय प्रकाशकों को हटाकर वह रिक्त स्थान बना रहे हैं।
पाकिस्तान के पत्रकारों और कार्यकर्ताओं को सोशल मीडिया पर कानून के खिलाफ पोस्ट लिखने पर धमकियां दी जा रही है। स्थानीय मीडिया ने भी जुलाई में चुनावो के दौरान दबाव बनाने की शिकायत दर्ज करवाई थी। उस दौरान मीडिया पर इमरान खान ने पक्ष में खबर दिखाने के लिए दबाव बनाया जा रहा था। पत्रकारों की समिति ने कहा कि “आर्मी ने धीरे से सही पर रिपोर्टिंग पर प्रभावी प्रतिबन्ध थोप ही दिए।”