पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान अफगान में 19 वर्षों की जंग का शांतिपूर्ण समाधान तलाशने के लिए उत्सुक है। पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान की शान्ति का इस्लामाबाद समर्थक है। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि “अफगानिस्तान पर पाकिस्तान का दृष्टिकोण बिल्कुल स्पष्ट है। हम ऐसे अफगानिस्तान का समर्थन करते हैं जिसका हमारे साथ और हमारे पडोसी देशों के साथ शांतिपूर्ण सम्बन्ध है।”
उन्होंने यह भाषण अफगान शान्ति पर आयोजित समारोह के उद्धघाटन “लाहौर प्रोसेस” के दौरान दिया था जिसमे अफगानिस्तान की शान्ति प्रक्रिया के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की गयी थी। कनेक्टिविटी, कारोबार, अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य के जरिये अफगानिस्तान में स्थिरता और शान्ति लाने के बाबत बातचीत हुई थी।
कुरैशी ने कहा कि “हम अपने पड़ोसी देशों की सम्प्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं और एक शांतिपूर्ण, स्थिर, लोकतान्त्रिक और समृद्ध अफगान के लिए हमेशा प्रतिबद्ध रहे हैं। हम गैर दखलंदाज़ी, संयुक्त हित और साझा सम्मान के सिद्धांतो पर द्विपक्षीय संबंधों का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है।”
संघर्ष से पाकिस्तान के प्रभावित होने के बाबत कुरैशी ने कहा कि “पाकिस्तान की सुरक्षा अफगानिस्तान के सुरक्षा हालातो से गहराई से प्रभावित है। अफगानिस्तान में शान्ति और स्थिरता का बढ़ाना पाकिस्तान के राष्ट्रीय हित में हैं। बातचीत में अफगानी शरणार्थियों की वापसी पर भी बातचीत की जाएगी जो पाकिस्तान में बीत चार दशकों से रह रहे हैं।”
अफगान शान्ति प्रक्रिया पर पाकिस्तान की प्रतिबद्धता पर उन्होंने कहा कि “अफगानिस्तान में अन्य को सैन्य समाधान से संघर्ष का हल नजर आता है लेकिन हमने हमेशा कहा है कि राजनीतिक वार्ता के जरिये ही बातचीत की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सकता है।”
उन्होंने कहा कि “सभी पक्षधारो के प्रयास महत्वपूर्ण है। हमें यकीन है कि अफगानिस्तान के भविष्य का असल दारोमदार खुद अफगानी जनता पर है। शान्ति की तरफ बढ़ने से नए अवसरों का सृजन हुआ है और हर प्रयास को भुनाने की जरुरत है। हम दुर्लभ अवसर को हम छोड़ना नहीं चाहते हैं।”
अफगानिस्तान की राजनीतिक दलों और अफगानी राष्ट्रपति के राजनीतिक सलाहकारों ने इस सम्मेलन में भागीदारी की थी। अगले सप्ताह अफगानी राष्ट्रपति की पाकिस्तान यात्रा की सम्भावना है।