रूस की सेना का एक दस्ता पाकिस्तान में सैन्याभ्यास के लिए रवाना हो गया है। रुसी सैनिक पाकिस्तान की सेना के साथ साझा सैन्याभ्यास करेंगे। इस सैन्याभ्यास पर भारत और अमेरिका ने नज़रे बनाई हुई है। इस साझा सैन्याभ्यास का कोड नाम दृज्ह्बा यानी दोस्ती रखा गया है।
यह साझा अभ्यास पाकिस्तान के पेशावर के नजदीक एक शहर पब्बी में आयोजित होगा। इस उत्तरी पश्चिमी शहर पब्बी में साल 1958 ने अमेरिका ने सोवियत संघ पर नज़र रखने के लिए एयर स्टेशन की स्थापना की थी। साल 1960 में इस एयर स्टेशन पर अमेरिका का यू-2 स्पाई प्लेन ध्वस्त हो गया था।
पाकिस्तान के मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान और रूस के मध्य हुए द्विपक्षीय समझौते प्रशिक्षण सहयोग के तहत यह तीसरा सैन्य अभ्यास है।
Russian Army Contingent arrived in Pakistan to participate in Pak-Russia Joint Training Excercise ‘Druzhba-III’. This is 3rd exercise as part of Pak-Russia bilateral training cooperation. The 1st Exercise was held in Pakistan during 2016 while 2nd in Russia during 2017. pic.twitter.com/Qbu8zx7tQl
— DG ISPR (@OfficialDGISPR) October 22, 2018
पिछले सप्ताह मीडिया कांफ्रेंस में पाकिस्तान के साउथर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट के प्रमुख ने कहा था कि इस ड्रिल में पहाड़ी इलाकों कराची और चेर्केस्सिया के 70 सैनिक शामिल होंगे।
मास्को और इस्लामाबाद साल 2016 से फ्रेंडशिप ड्रिल का आयोजन करते रहे हैं। रूस ने अक्टूबर 2016 में पाकिस्तान की आर्मी के साथ खैबर पख्तून्वा के उत्तरी पश्चिमी प्रांत में पहला साझा सैन्य अभ्यास किया था। साल 2017 में पाकिस्तान के 200 सैनिकों ने इस ड्रिल में हिस्सा लिया था। यह अभ्यास समुन्द्र से 2300 किलोमीटर की ऊंचाई पर आयोजित हुआ था।
हाल ही में रुसी राष्ट्रपति के भारत की यात्रा करने के बाद मास्को के राजदूत ने कहा था कि भारत के साथ संबंधों को ताक पर रखकर पाकिस्तान के साथ दोस्ती हरगिज नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा था कि रूस और पाकिस्तान के रिश्तों से भारत को चिंतित नहीं होना चाहिए।
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लामिदिर पुतिन भारत के साथ संबंधों को प्रगाढ़ करने के लिए नई दिल्ली के दौरे पर आये थे। इस दौरे पर दोनों राष्ट्रों के प्रमुखों ने रक्षा सहित आठ समझौतों पर दस्तखत किये थे।