पाकिस्तान के प्रधानमन्त्री इमरान खान ने वादा किया है कि भ्रष्टाचार में लिप्त सभी नेता और अधिकारी जेल की सलाखों के पीछे जायेंगे। उन्होंने कहा कि नेशनल रिकंसिलिएशन आर्डिनेंस (एनआरओ) पाकिस्तान को कर्ज के दलदल में डूबाने वाले किसी नेता या अधिकारी का संरक्षण नहीं कर सकता है।
विवादित एनआरओ मसौदे को साल 2007 में राष्ट्रपति जनरल मुशर्रफ के कार्यकाल में पारित किया गया था। इस मसौदे के तहत नेताओं को देश वापस लौटने में आसानी के लिए राजनीतिक हस्तियों पर लगे केस को हटा लिया जायेगा। पाकिस्तान की शीर्ष अदालत ने दिसम्बर 2009 में इस मसौदे को असंवैधानिक करार दिया था।
डॉन के मुताबिक राष्ट्र को संबोधित करते हुए इमरान खान ने कर्ज में डूबे पाकिस्तान की नैया पार लगाने के लिए अपनी सरकार की कोशिशों के कसीदे पढ़े थे। विपक्षी पार्टियों पर पाकिस्तान को कर्ज के दलदल में डूबने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा पूर्ववर्ती सरकार ने पाकिस्तान पर 3000000 करोड़ कर्जा चढ़ाया था।
पीपीपी और पीएमएलएन विपक्षी दलों की तरफ इशारा करते हुए कहा पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि वे हमारी सरकार पर अयोग्यता का आरोप लगा रहे है क्योंकि वो डरते हैं कि हमारी सरकार 3000000 करोड़ का ऑडिट करेगी जिसमे उनके भ्रष्टाचार की पोल खुल जाएगी।
इमरान खान ने कहा कि वह हमसे एनआरओ चाहते हैं। उन्होंने कहा मैं जो सन्देश दे रहा हूं, उसे कान खोलकर सुन ले कि वे सड़को पर आ सकते है, हम उन्हें खाना और बर्तन देंगे। उन्होंने कहा कि विपक्षी संसद में जो चाहे कर सकते हैं लेकिन एनआरओ के ख्वाब भूल जाए। किसी भी भ्रष्टाचारी को बख्शा नहीं जायेगा।
इमरान खान ने कहा कि उन्हें राष्ट्र ने चुना है और वह वादा करते हैं कि भ्रष्टाचारियों को जेल की सलाखों में डाल दिया जायेगा। उन्होंने कहा भ्रष्टाचार पर नकेल कसे बिना पाकिस्तान का भविष्य अधर में रहेगा। उन्होंने कहा कि जाली बैंक के खाते बन रखे हैं, कहाँ से पैसा आता है इन पर, यह धन राष्ट्र से चुराया हुआ है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने कहा कि भ्रष्ट अधिकारियों के कारण राष्ट्र पर आर्थिक आपदा मंडरा रही है। कर्ज को चुकता करने के लिए शुल्क लगाया जा रहा है, वस्तुओं की कीमतों में उछल आ रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का एक छोटा सा हिस्सा अमीर है जबकि अधिकतर गरीबी के सायें से दबे हुए हैं।
इमरान खान ने कहा कि घबराने की जरुरत नहीं है, जो भ्रष्टाचारी राष्ट्र को लूट रहे हैं उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्र से चुराए धन को वापस लाने का भरसक प्रयास करेगी।