पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सोमवार को भारत के कश्मीर पर “सभी अच्छा है” के बयान को खारिज कर दिया है। इस्लामाबाद ने इसे भारतीय अधिकृत कश्मीर का भ्रामक प्रचार दिया है।
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान की सीनेट कमेटी ऑन फॉरेन अफेयर्स द्वारा आयोजित मोदी की भारत: चुनौतियां और प्रतिक्रियाएं:के सत्र को संबोधित करने के दौरान कुरैशी ने अपना बयान दिया है।
कुरैशी ने कहा कि प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भारतीय सरकार कश्मीर पर वैध दर्जे को हटाने के लिए आधे अधूरे सच को बता रही है। वह कश्मीर में मानवीय अधिकारों के उल्लंघन से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कश्मीरियों की आवाज़ को उठाने और उन पर हुए अत्य्चारो को खत्म करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि “पाकिस्तान यह सुनिश्चित करने के लिए हर मंच पर जाएगा कि आईओके में भारतीय अत्याचार को खत्म किया जाए और यह कश्मीरियों की आकांक्षा और यूएनएससी के संकल्पों के अनुरूप होना चाहिए।”
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया कि “कश्मीर पर तनावरहित करने महत्वपूर्ण भूमिका निभाए। इसने स्थिति को अधिक बदतर बना दिया है।” उन्होंने कहा कि “भारतीय आक्रमण क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरा हैं और इसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।
मानवाधिकार के मंत्री डॉ शिरीन मजारी ने कहा कि “नई दिल्ली धीरे-धीरे तनाव को बढ़ा रही है और महमूद कुरैशी को तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते हैं। पाकिस्तान कश्मीर संकट को बढ़ाना नहीं चाहता है, गतिरोध समाप्त करने के लिए खुला है। लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर कई तरीके के उल्लंघन किये जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि “भारत ब्रामोस मिसाइल का निर्माण कर रहा है, यह एक बड़ी चिंता का विषय है क्योंकि यह कम प्रतिक्रिया समय वाली सुपरसोनिक तकनीक युक्त मिसाइल हैं।”
सीनेट की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष सीनेटर मुशाहिद हुसैन सईद ने कहा कि “कश्मीरी भारत सरकार द्वारा क्रूरता के बावजूद घाटी में भारत के अमानवीय कृत्यों का विरोध कर रहे हैं।”