जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर की मौत की अफवाहों और अटकलों के बीच पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त के मंत्रीं फ़य्याज़ उल हस्सान चोहान ने सोमवार को दावा किया कि “मसूद अज़हर जिन्दा है और सरकार को उसकी मौत की कोई जानकारी नहीं मिली थी।”
मीडिया की अफवाह
रविवार को पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आतंकी और जैश ए मोहम्मद के सरगना की 26 फरवरी को बालाकोट में भारतीय वायुसेना के हवाई हमले में मौत हो गयी थी। कई अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक जैश के संस्थापक की लम्बी बीमारी के बाद मौत हो गयी है।
जैश का बयान
जैश ए मोहम्मद के आधिकारिक बयान में ऐलान किया कि “उनके प्रमुख जिन्दा है और अच्छा कर रहे हैं और अफवाहों को खारिज किया था।” सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने मसूद अज़हर को रावलपिंडी के अस्पताल से बहावलपुर में जैश के आतंकी शिविर गोठ घन्नी भेज दिया गया था।
जेईएम के प्रमुख को अस्पताल से शिफ्ट करने के बाद आतंकी समूह ने इमरान खान सरकार की आलोचना की और आरोप लगाते हुए कहा कि वह भारत और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के दबाव में झुक गयी है। जैश ने बयान में कहा कि “इमरान खान प्रशासन पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ की नीतियों पर चल रहे हैं। अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमले के बाद मुशर्रफ ने भी कई आतंकी समूहों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।”
हमें निशाना बनाया गया
भारत के वायुसेना के पायलट अभिनन्दन को रिहा करने पर आतंकी समूह ने कहा कि “पहले उन्होंने भारतीय पायलट को रिहा कर दिया था और अब वह हमारे मदरसों को निशाना बना रहे हैं। वह दुश्मन के लिए बहुत शांत बर्ताव दिखा रहे हैं और अपने लोगों पर सख्ती कर रहे हैं।” उन्होंने अपने लड़ाकों और सदस्यों से एक नए संघर्ष के लिए तैयार रहने को कहा है।
जेईएम ने दावा किया कि “भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में स्थित उनके शिविरों पर हमला किया था लेकिन दावा किया कि उसमे कोई हताहत नहीं हुआ था। भारतीय फाइटर जेट और साथ में इजराइली निर्देशित मिसाइल ने हम पर हमला किया लेकिन अल्लाह ने उन्हें भटका दिया और हमारी रक्षा की थी।”