Fri. Apr 26th, 2024
    बलोच नेता अमेरिका परवेज मुशर्रफ

    पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के आतंकवादी संगठनों का समर्थन करने के बाद काफी आलोचना की गई थी। अब विश्व बलोच महिला फोरम की प्रोफेसर नायला कादरी ने अमेरिका को अनुरोध किया है कि परवेज मुशर्रफ को वैश्विक आतंकवादी की सूची में नामित किया जाए।

    कादरी ने यह भी कहा है कि बलूचिस्तान और अन्य हिस्सों में फ़ैल रही अशांति के लिए भी मुशरफ जिम्मेदार हैं। उन्होंने तो यह तक कह दिया कि परवेज मुशरफ ने अपने शासनकल में लश्कर और अन्य आतंकवादी संगठनों को वित्तीय सहायता दी थी। कादरी के इस बयान से पाकिस्तान की राजनीति में भूचाल आ गया है।

    नायला कादरी ने अमेरिका को आग्रह किया है कि विशेष रूप से नामित ग्लोबल आतंकवादी के लिए संतोषजनक रूप से वैधानिक मानदंडों को पूरा करने के लिए जानकारी इकट्ठा करके इसे नामित आतंकवादी सूची में डालने की प्रक्रिया को शुरू किया जाए। कादरी ने परवेज को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की मांग अमेरिका से की।

    गौरतलब है कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जमात-उद-दावा का समर्थन किया है। साथ ही कहा कि ये आतंकवादी संगठन कश्मीर में भारतीय सेना के खिलाफ सबसे बड़ी ताकत है।

    परवेज ने कहा था कि मैं लश्कर का सबसे बड़े समर्थक हूं और मुझे पता है कि वे मुझे पसंद करते हैं और जमात-उद-दावा भी मुझे पसंद करते है। उन्होंने आगे कहा था कि वह वैश्विक आतंकवादी हाफिज सईद को पसंद करते है और उनसे मिले भी थे।

    प्रोफेसर नायला कादरी ने अपने बयान में कहा कि अमेरिका को कार्यकारी आर्डर (ईओ) 13224 के तहत विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी के रूप में परवेज मुशर्रफ का नाम शामिल करना चाहिए। क्योंकि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति ने आतंकवादी संगठनों का समर्थन करते हुए इनकी गतिविधियों को जायज ठहराया।

    लश्कर व हाफिज का किया था परवेज ने समर्थन

    इसके अलावा विवादित कश्मीर के बारे में भारत देश के खिलाफ परवेज ने जहर उगला है। कादरी ने परवेज को आतंकवादी घोषित करने संबंधी सभी वैधानिक आवश्यकताओं को जल्द से जल्द अमेरिका से पूरा करने की मांग की है।

    कादरी ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने खुले तौर पर स्वीकार किया है कि वो अमेरिका द्वारा प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन करते है।

    परवेज के कार्यकाल की जांच की मांग

    अब परवेज के कार्यकाल के दौरान व उसके बाद के दौरान लश्कर-ए-तैयबा से संबंधित भूमिका की जांच की जानी चाहिए। कादरी ने संभावना जताई है कि परवेज मुशर्रफ ने लश्कर-ए-तैयबा जैसे कई आतंकी संगठनों को वित्तीय सहायता दी है।

    साथ ही हो सकता है कि गुप्त आतंकवादी ऑपरेशनों में परवेज मुशर्रफ का हाथ हो। इन सब बातों की जांच की मांग कादरी ने की है। नायला कादरी ने कहा कि जो लोग पाकिस्तान में रहते है, पाकिस्तान के झंडे को जलाते है और राष्ट्र-विरोधी नारे लगाते है उन्हें मारना पड़ेगा। ये मुशर्रफ के शब्द है।

    इसके अलावा नायला कादरी ने अपने बयान में कहा कि बलोच कार्यकर्ता सभी अंतर्राष्ट्रीय निकायों में मुशर्रफ के काले कारनामों का पर्दाफाश करेंगे और बलूच की हत्याओं में उसकी भूमिका के बारे में वैश्विक नागरिकों को बताएंगे।