स्वदेशी को ब्रांड के रूप में पेश करने वाली पतंजलि ने हाल ही में कपड़ों के व्यवसाय में प्रवेश किया है। पतंजलि ने कपड़ों के व्यवसाय के लिए ‘परिधान’ नाम का ब्रांड बाज़ार में उतारा है।
इस नयी शुरुआत के साथ ही बाबा रामदेव की पतंजलि ने देश के 67 अरब डॉलर के कपड़ा व्यवसाय पर अपनी नज़र गड़ा ली है।
गौरतलब कि देश की 90 प्रतिशत जनता बिना किसी ब्रांड के व सस्ते कपड़े पहनना पसंद करती है, ऐसे में पतंजलि के पास सस्ते व अच्छे कपड़ों का नया बाज़ार खड़ा सुनहरा मौका है।
5 नवंबर को इस नयी पारी की शुरुआत करते हुए पतंजलि ने ‘परिधान’ ब्रांड के अंतर्गत 3 उप ब्रांड निकाले हैं, जिनके नाम लिव फिट, आस्था और संस्कार हैं।
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बाबा रामदेव ने दावा किया है कि वो अपने इस नए ब्रांड के तहत कई तरह के वस्त्र संबंधी उत्पाद निकलेंगे, इसी के साथ ये सभी उत्पाद स्वदेशी होंगे।
इसी के साथ बाबा ने अपने इस ब्रांड के साथ अगले 1.5 साल के भीतर यानि 31 मार्च 2020 तक 1 हज़ार करोड़ रुपये के राजस्व का लक्ष्य रखा है।
वहीं पतंजलि द्वारा कपड़ों की बेहतर क्वालिटी और कम दाम की घोषणा के साथ ही अब देशी व विदेशी सभी गारमेंट कंपनियों के होश उड़ गए हैं।
पतंजलि ‘परिधान’ के तहत सूट से लेकर योगा पैंट तक बाज़ार में लेकर आई है, इसी के साथ पतंजलि ने इन सभी उत्पादों की तुलनात्मक कीमत को भी कम रखा है।
पतंजलि ने अगले वर्ष यानि मार्च 2019 तक देश में 100 नए स्टोर खोलने का लक्ष्य रखा है, जबकि वर्ष 2020 तक पतंजलि 500 स्टोर खोलना चाहती है।
यह आंकड़ें इस लिए भी खास हैं क्योंकि टाटा ग्रुप को 40 स्टोर खोलने में 10 साल लगे थे, जबकि पेंटालून्स के पास देश भर में अभी 86 आउटलेट हैं। इसी के साथ 1995 में शुरू होने वाली लेवाइस के पास 1500 स्टोर हैं।
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