Wed. Nov 20th, 2024
    नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी

    बिहार की राजधानी पटना में स्थित पटना विश्वविद्यालय अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है। वर्ष 1917 में स्थापित हुआ यह संस्थान अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर चुका है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलावा भेजा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पटना पहुँचे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अतिरिक्त बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और राज्यपाल सतपाल मालिक भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह ने विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छात्रों को अपना तज़ुर्बा सुनाते हुए कहा कि पटना विश्वविद्यालय के साइंस कॉलेज से पढ़ाई करना उनका सौभाग्य रहा है। वह कभी इंजीनियरिंग करना नहीं चाहते थे।

    पटना विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी विश्वविद्यालय शताब्दी समारोह कार्यक्रम में अपने विचार छात्रों के समक्ष रखे। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो पटना विश्वविद्यालय में आए हैं। विश्वविद्यालय के गौरवमयी इतिहास को याद करते हुए सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अगर पटना विश्विद्यालय नहीं होता तो देश को जय प्रकाश नारायण के नेतृत्व में हुआ जेपी आन्दोलन देखने को नहीं मिलता। बता दें कि 70 के दशक में तत्कालीन इंदिरा गाँधी सरकार द्वारा जारी कुशासन और भ्रष्टाचार में लिप्तता के विरुद्ध जय प्रकाश नारायण ने देशव्यापी आन्दोलन शुरू किया था। यह आन्दोलन एक छात्र आन्दोलन से शुरू हुआ था जिसमें सुशील कुमार मोदी ने भी महती भूमिका निभाई थी।

    शिक्षा के मंदिर में जुटे सियासी दिग्गज

    पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार में सियासी दिग्गजों का जमावड़ा लगा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, राज्यपाल सतपाल मालिक के अलावा उपस्थित मोदी मन्त्रिमण्डल के अन्य सदस्यों में लोक जनशक्ति पार्टी अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, रविशंकर प्रसाद, उपेंद्र कुशवाहा और अश्विनी कुमार चौबे के नाम शामिल हैं। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पटना विश्वविद्यालय आना हमारे लिए गौरव की बात है। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन से विश्वविद्यालय के गौरवशाली अतीत को पुनर्जीवित करने में मदद मिलेगी।

    कहीं खुशी कहीं गम

    बिहार में भाजपा-जेडीयू गठबंधन की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच साझा कर रहे हैं। इससे पूर्व बिहार में आई बाढ़ के वक्त भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार के साथ बिहार के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया था। उस वक्त नरेंद्र मोदी भोजन किए बिना बिहार से लौट गए थे जिसे लेकर महागठबंधन में जेडीयू की साझेदार रही आरजेडी और कांग्रेस ने तंज कसा था। आज पटना में मोदी-नीतीश के मंच साझा करने से बिहार में जारी भाजपा-जेडीयू गठबंधन को और मजबूती मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें कार्यक्रम में बुलावा भेजा और इसके लिए उन्होंने नीतीश कुमार को धन्यवाद भी कहा।

    पटना विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र रहे आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को भी शताब्दी समारोह कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निमंत्रण मिला था पर वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। लालू प्रसाद यादव पत्नी राबड़ी देवी और पुत्र तेजस्वी यादव के साथ हफ्तेभर से दिल्ली में हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे यादव परिवार से प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग और सीबीआई लगातार पूछताछ कर रही है। भाजपा के वरिष्ठ नेता और दिग्गज फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा भी कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। पटना विश्वविद्यालय उनके संसदीय क्षेत्र पटना साहिब में स्थित है। शत्रुघ्न सिन्हा ने आरोप लगाया कि उनके संसदीय क्षेत्र में होने के बावजूद विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह कार्यक्रम में उन्हें बुलावा नहीं मिला जबकि पटना विश्वविद्यालय के कुलपति रास बिहारी प्रसाद सिंह का कहना है कि उन्होंने शत्रुघ्न सिन्हा को निमंत्रण भेजा है।

    बिहार को मिली योजनाओं की सौगात

    पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह में हिस्सा लेने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोकामा पहुँचे। पीएम मोदी ने यहां तकरीबन 4,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की शुरुआत की। इनमे राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी 3,031 करोड़ रुपए की 4 परियोजनाएं और 738.04 करोड़ की लागत से शुरू हुई 3 अन्य परियोजनाएं शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोकामा एक में जनसभा को भी सम्बोधित किया। इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री शुशील कुमार मोदी और गठबंधन के अन्य नेताओं के साथ पटना संग्रहालय गए थे। पीएम मोदी ने संग्रहालय की तारीफ में लिखा, “श्रद्धा दर्शन को प्रेरित करती है, जिज्ञासा प्रदर्शन को प्रेरित करती है। इतिहास, संस्कृति की महान विरासत को एक्सपीरियेंस करने का उत्तम स्थल है। अभिनंदन!”

    शिक्षा के क्षेत्र में 10,000 करोड़ के निधि की घोषणा

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आईआईएम का उदाहरण देते हुए कहा कहा कि “न्यू इंडिया” योजना के तहत सरकार देशभर के 10 सरकारी विश्वविद्यालयों और 10 निजी विश्वविद्यालयों को सरकार के कानूनों से मुक्त करने की योजना बना रही है। इसके तहत आगामी 5 वर्षों में इन विश्विद्यालयों को 10,000 करोड़ रुपए का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इसके चयन का एकमात्र आधार संस्थानों का प्रदर्शन होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना विश्वविद्यालय के छात्रों और प्रशासन से अपील की कि वो भी इस पहल में शामिल हो और आगे आकर अच्छा प्रदर्शन करें। उन्होंने स्पष्ट किया इन विश्वविद्यालयों के चयन में राजनेताओं के कोई भूमिका नहीं होगी और प्रोफेशनल एजेंसिया इसके मापदंड तय करेंगी। नीतीश कुमार की मांग पर उन्होंने कहा कि केंद्रीय विश्वविद्यालय बीते जमाने की बात हो गई है। वह विश्वविद्यालय को और आगे ले जाना चाहते हैं।

    मंच पर दिखी मोदी-नीतीश की यारी

    पटना विश्वविद्यालय के शताब्दी समारोह कार्यक्रम के मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यारी देखने को मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें शताब्दी समारोह कायर्क्रम में बुलाने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद कहा और उनकी खुलकर तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार बिहार को विकास के पथ पर ले जा रहे हैं। बिहार की गौरवशाली भूमि पर हमेशा से ही माँ सरस्वती की कृपा रही है। नालंदा को भला कौन भूल सकता है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में बिहार पर माँ सरस्वती और लक्ष्मी दोनों की कृपा एक साथ बरसेगी। उन्होंने कहा कि देश की 65 फीसदी आबादी युवा है और इनके सपने भी युवा हैं। यह युवा शक्ति देश को नए मुकाम पर ले जाएगी। पीएम मोदी ने कहा कि उनका लक्ष्य बिहार को 2022 तक एक समृद्ध राज्य बनाना है।

     

    बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरु गोविन्द सिंह के 350वें प्रकाशपर्व में भाग लिया था और उसी वक्त यह तय हो गया था कि वह फिर से पटना आएंगे। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पटना विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने की मांग की और कहा कि बिहार के युवा आपकी तरफ बड़ी आशान्वित नजरों से देख रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार के लिए दीवाली गिफ्ट माँगा। उनका इशारा बिहार को केंद्र सरकार से मिलने वाली आर्थिक मदद की ओर था।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।