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    नेपाल में बाढ़

    बाढ़ से जूझ रहे नेपाल ने अंतरराष्ट्रीय विभागों से जल से सम्बंधित बिमारियों से बचाव के लिए मदद करने की अपील की है और भारी बारिश से प्रभावित हजारो लोगो को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाओं को सुनिचित करने की गुहार लगाई है। नेपाल में मुसलाधार बारिश जारी है और इसमें 60 लोगो के मौत का दावा किया है।

    नेपाल में गुरूवार से भारी बारिश का दौर बना हुआ है। 25 जिलो से अधिक और 10385 घर प्रभावित हुए हैं। बारिश से सम्बंधित वारदातों में 35 लोगो के गायब होने की खबर है। रविवार को एक आपातकाल बैठक को बारिश से नुकसान के बाबत चर्चा के लिए बुलाया गया था।

    विश्व स्वास्थ्य संघठन नेपाल दफ्तर, यूनाइटेड नेशन चिल्ड्रेन फंड, यूनाइटेड नेशन पापुलेशन फंड और अन्य विभाग इस बैठक में मौजूद है। हेल्थ इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने अंतरराष्ट्रीय साझेदारोई से मदद की गुहार लगाई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बैठक के दौरान उन्होंने जिले में संभावित बिमारियों के जोखिम के बाबत सूचित किया था।

    सेंटर के प्रमुख चूड़ामणि भंडारी ने कहा कि “स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी केन्द्रीय स्तरीय अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों की आपातकाल डॉक्टर की टीमो को तैयार रहने का निर्देश दिया है। सोमवार को पथ्लैया के बारा जिले, लहान के सिराहा जिले और मोहत्तरी के बर्दिबास में स्वास्थ्य मंत्रालय ने तीन डॉक्टरो की टीम की नियुक्त की गयी है।

    स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने संभावित जल से होने वाली बिमारियों के बाबत चेतावनी दी है, इसमें हैजा, टाइफाइड, हेपेटाइटिस ए, हेपेटाइटिस ई शामिल है। डॉक्टर समीर कुमार अधिकारी ने कहा कि “मलेरिया, डेंगू, कालाजार के लोगो में बढ़ने की सम्भावना है।”

    सभी प्रांतीय सरकारों ने स्वास्थ्य कर्मियों से मानसून में जिले को छोड़ने की अनुमति देने के लिए कहा है। ललितपुर, भोजपुर और रौताहत में सबसे अधिक बाढ़ से मृत्यु की की आंकलन है। प्रांतीय सरकार ने बाढ़ और भूस्खलन के पीडितो को राहत मुहैया करने का निर्णय लिया है।

    द हिमालयन रिपोर्ट के मुताबिक, बुरी तरह से जख्मी 38 लोगो को मुफ्त मेडिकल ट्रीटमेंट मुहैया किया जायेगा। रविवार को प्रमुख नदियों में जलस्तर के बढ़ने की सम्भावना है।

    नेपाल पुलिस और आर्मी के सैनिको ने देश के बाढ़ से प्रभावित 22 जिलो में 1146 लोगो को बचाया है। दक्षिणी मैदानी इलाको में करीब 33000 लोग तीन दिनों में प्रभावित हुए हैं। यह आंकड़े गृह मंत्रालय ने जारी किये हैं। नेपाल में मानसून का शुक्रवार से मूड खराब होने के आसार दिख रहे थे।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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