बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कट्टर विरोधी राजद सुप्रीमो और उनके परिवार पर हमला जारी है। नीतीश कुमार आजकल ट्विटर के जरिये लालू और उनके परिवार पर हमला कर रहे है। नीतीश लालू पर बिना नाम लिए ट्विटर के सहारे तीर छोड़ते है। देखा जाये तो नीतीश के हर सवाल का जवाब लालू भी देते है। लेकिन उसकी संख्या ज्यादा होती है। गुरुवार को नीतीश ने एक ट्वीट के जरिये बिना लालू का नाम लिए लिखा की भ्रस्टाचार शिष्टाचार है। इसका मतलब यह हुआ की भ्रस्टाचार इनका आचरण बन गया है। अभी तक लालू यादव के तरफ से इस ट्वीट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
दरअसल बुधवार को जब नीतीश ने ट्वीट के जरिए लालू पर तंज कसा था तब तेजस्वी ने विधानसभा में कहा कि उनकी सार्वजनिक सम्पति को बेनामी कर दिया। तेजस्वी का आरोप था कि अभी भी जाँच एजेंसी पांच महीने से उनके खिलाफ साक्ष्य जुटा रही है, लेकिन उनके हाथ अभी तक कुछ नहीं लगा है।
इस मुद्दे पर नीतीश शुरू से कहते आ रहे है कि जो रेलवे के होटल के बदले जमीं लालू और उनके परिवार वालो ने ली, वो गलत तरीके से अर्जित की गई सम्पति है। नीतीश कुमार के अनुसार, तेजस्वी के पास जितनी भी जमीन है। वह उनके पिता लालू यादव ने उनके नाम पर रजिस्टर्ड करवाया है, जिसमे घोटाले की बू आती है। हालाँकि बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने कहा कि देश का पूरा मॉल उनका है क्योकिं लालू यादव एक लोकप्रिय नेता है। राबड़ी ने कहा कि यह नीतीश और भाजपा की साजिश है मेरे परिवार को फ़साने की।
इस पर नीतीश ने कहा कि इनपर कार्यवाई करना अनाचार है। जब भी कोई घोटाले की जाँच होती है तो राजनीती साजिश के तहत उस जाँच को दबाने की कोशिश की जाती है। इन सब बातो को लेकर अभी तक लालू के तरफ से कोई जवाब नहीं आया है। अगर जवाब आया तो लालू भी नीतीश को लपेटे में ले सकते है। नीतीश कुमार के द्वारा बुधवार को एक ट्वीट के जरिए कहा गया था लालू केवल माल मॉल की चिंता करते है। उनके लिए यही देशभक्ति है। इसपर राबड़ी ने जवाब दिया था कि पुरे देश का माल मॉल उनका है क्योकिं लालू यादव इतने बड़े लोकप्रिय नेता है।
देखा जाये तो नीतीश कुमार और लालू के परिवार में जुबानी जंग तेज हो गई है। वहीं नीतीश ने इशारो इशारो में तंज कसना शुरू कर दिया है।