हाल ही में हुए ऑपरेशन के बाद आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव की हालत में सुधार हुआ। डॉक्टर के अनुसार लालू प्रसाद यादव की फिस्टुला से सम्बंधित सर्जरी हुई है।
इसी से सम्बंधित बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने उन्हें 4 बार फ़ोन किया परंतु चारो बार ही उन्हें हताश होना पड़ा ।
बता दे की गठबंधन से अलग होने के बाद नितीश कुमार और लालू प्रसाद यादव जी के रिश्तों में थोड़ी खटास आयी है कल तक जो ‘बड़े भाई’ ‘छोटे भाई’ जैसे जुमलो से मशहूर थे वे अचानक एक दूसरे को नज़रंदाज़ करते दिख जाते है। इसका उदाहरण नितीश कुमार ने जब दिया जब उन्होंने लालू प्रसाद यादव की तबियत जानने के लिए उन्हें फ़ोन किया।
इससे पहले वे लालू प्रसाद से सम्बंधित उनके कई करीबी साथियो से बातचीत कर चुके थे। नितीश कुमार ने जबकि साफ़ किया कि उन्होंने बिना किसी मंशा से फ़ोन किया था परंतु जब उन्हें उत्तर नहीं मिला तो वह खासा नाराज़ हो गए।
गौरतलब ये भी है कि तेजस्वी यादव द्वारा किए गए व्यंग्य से नितीश कुमार खासा प्रभावित हुए। बता दे कि तेजस्वी यादव इस महागठबंधन में बिहार के उप मुख्यमंत्री रह चुके थे। नितीश कुमार ने अपने और भाजपा के रिश्तों के बारे में फ़ैल रही अफवाओं का खंडन भी किया।
उन्होंने साफ़ कर दिया है कि भाजपा और जदयू में सीटों को लेकर कोई मतभेद नहीं है और ये बाते सरासर गलत है।
गत वर्ष हुए गठबंधन से बिहार की राजनीती ने नया मोड़ लिया था। अब देखना यह दिलचस्प होगा की जदयू और आरजेडी में से कोन अगले साल लोक सभा चुनावों में बाज़ी मारेगा। राजनीती में फ़ोन उठाने या ना उठाने का दौर तो सदियो पुराना है । कल तक यह दोनों एक ही शाखा से जुड़े थे और आज देखिए बिलकुल अलग अलग वृक्ष।