Fri. Nov 22nd, 2024
    नीतीश कुमार

    बिहार इस समय बाढ़ की विभीषिका झेल रहा है। राज्य के 19 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं। बिहार सरकार बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इस सम्बन्ध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाढ़ की विभीषिका झेल रहे लोगों तक जल्द आर्थिक मदद पहुँचाए जाने के निर्देश जारी किए हैं। बिहार की राजधानी पटना में उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों संग बैठक कर यह स्पष्ट किया कि हर हालत में बकरीद से पहले बाढ़ पीड़ितों तक मदद पहुँचाई जाए। बिहार सरकार ने हर बाढ़ पीड़ित परिवार को 6 हजार रूपये की तत्काल आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा है कि बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वासन में बिहार सरकार हरसंभव मदद करेगी।

    बिहार की बाढ़
    बिहार की बाढ़

    नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि हर बाढ़ पीड़ित परिवार तक बिहार सरकार की आर्थिक मदद जल्द से जल्द पहुँचाई जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी 6,000 रूपये की आर्थिक मदद बाढ़ पीड़ितों को बकरीद तक पहुँचाने का काम करें ताकि बाढ़ पीड़ितों को त्योहार से पहले राशि मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी पीड़ित का बैंक खाता नहीं खुला हो तो प्रशासन उस व्यक्ति का खाता खुलवाने की व्यवस्था करे ताकि उसके खाते में सरकारी मदद आरटीजीएस के माध्यम से भेजी जा सके।

    वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सम्बोधन

    नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने बाढ़ राहत कार्य, कानून व्यवस्था, त्योहारों की तैयारी समेत अन्य सभी मुद्दों पर समीक्षात्मक बैठक की। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार की बाढ़ सबसे भयावह है। अपने हवाई सर्वेक्षण के दौरान मैंने यह बात महसूस की। उन्होंने कहा कि सरकार मौजूदा हालातों से निपटने के लिए हर जरुरी कदम उठा रही है और इसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि सरकार इस संकट की घड़ी में बाढ़ पीड़ितों के साथ है और हरसंभव तरीके से उनकी मदद करेगी।

    नीतीश कुमार ने सभी पदाधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आपदा के समय में उपयोग करने के लिए सरकारी पंचायत भवनों में कम्युनिटी रिलीफ सेंटर की व्यवस्था होनी चाहिए। इससे लोगों को सुविधा होगी और आपदा राहत कार्यों को गति मिलेगी। उन्होंने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि निकट भविष्य में बनने वाले सभी पंचायत भवनों के निर्माण के वक़्त इस सुझाव का ध्यान रखा जाए और उनमे कम्युनिटी सेंटर की स्थापना की जाए। उन्होंने बताया कि बाढ़ की रोकथाम को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री से भी बात हुई है। उन्होंने सड़कों से जल निकासी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हुई बात का भी उल्लेख किया।

    भयावह है इस बार की बाढ़

    बिहार के सीमांचल क्षेत्र समेत उत्तरी हिस्से में आई बाढ़ की वजह से 19 जिले प्रभावित हुए हैं। इन जगहों पर सामान्य जन-जीवन पटरी से उतर चुका है और आगामी कुछ दिनों तक हालातों में सुधार होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। बाढ़ की वजह से बिहार के 19 जिलों की लगभग पौने दो करोड़ की आबादी प्रभावित हुई है। सरकारी आंकड़ों के हिसाब से बिहार में 28 अगस्त तक बाढ़ की वजह से 520 लोगों की मौत हो चुकी है और मृतकों की संख्या में और इजाफा होने के आसार हैं।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।