उत्तर प्रदेश नगर निगम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत से क्या अयोध्या रामलला मंदिर के निर्माण का रास्ता अब साफ़ हो गया है? इसको देखते हुए कहा जा रहा है कि क्या अब राम मंदिर निर्माण में जो भी मुश्किलें थी, वह साफ़ हो जाएँगी? पहले से राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है, लेकिन यूपी निकाय चुनाव में बीजेपी नेता के जरिए राम मंदिर के सन्दर्भ में उठाये गए मुद्दे ने अब एक नया मोड़ ले लिया है।
निकाय चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री व् भाजपा के स्टार प्रचारक योगी आदित्यनाथ ने अपनी पहली जनसभा अयोध्या से शुरू की थी। उन्होंने अयोध्या जा कर राम मंदिर में पूजा अर्चना की थी, जिसके परिणामस्वरूप वहाँ की जनता ने बीजेपी के उम्मीदवार को जीता कर उनकी झोली भर दी है। आपको बता दें कि यूपी निकाय चुनाव में योगी की पहली रैली मुज्जफरनगर में होनी थी। लेकिन किसी कारण उस सभा को स्थगित कर अयोध्या को चुना गया। अब कहा जा रहा है कि राम मंदिर मुद्दे को बरक़रार रखने के लिए चुनाव में इसका इस्तेमाल किया गया है।
अयोध्या से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार ऋषिकेश उपाधयाय ने मेयर की सीट हासिल की है। वहीं अपनी हार के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन बिंदु ने योगी सरकार के विकास को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। बिंदु ने कहा कि प्रशासन की लापरवाही के कारण चुनावी माहौल को बिगाड़ा गया। जिसके कारण चुनावी नतीजों का संतुलन बिगड़ गया। गुलशन बिंदु ने अपनी हार का पूरा ठीकरा प्रदेश के प्रशासन के सर फोड़ा है।
अयोध्या में भारतीय जनता पार्टी की जीत के पीछे विकास बनाम धांधली की सियासत चल रही हो। लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुब्रमणियम स्वामी का कहना है कि इस जीत के पीछे राम मंदिर मुद्दे की लहर है। स्वामी ने यह दावा किया है कि अगले बर्ष तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो जायेगा। स्वामी के इस वक्तव्य से सियासत गरमा गई है। वहीं जानकारों का मानना है कि राम मंदिर मुद्दा उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव में भाजपा के लिए कारगार साबित हुआ है।
योगी ने अयोध्या से निकाय चुनाव की तैयारी शुरू की थी। उन्होंने अपनी सभा के दौरान राम मंदिर का जिक्र करते हुए कहा था कि अगर अयोध्या की जनता हर साल ऐसी दीपावली देखना चाहती है, तो उसे भाजपा का साथ देना होगा।
वैसे देखा जाये तो जब से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी हुए है, तब से राम मंदिर के निर्माण को लेकर हलचल काफी तेज हो गई है। प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी पांच बार अयोध्या दौरा कर चुके है। उन्होंने दीपावली वहीं मनाई और निकाय चुनाव का शंखनाद भी वहीं से किया। इसको देखते हुए यह कयास लगाए जा रहे कि, क्या राम मंदिर के निर्माण की प्रक्रिया अब जल्द पूरी होगी?