विषय-सूचि
नक्षत्र क्या हैं? (Definition of Constellation in Hindi)
दुनिया भर के लोग एवं बच्चे मन में एक उत्सुकता लेकर बड़े रोमांच के साथ रात्रि के समय आसमान में तारों के समूह को निहारना पसंद करते हैं। निहारते वक्त वे अपने मन में इन समूहों में कई वस्तुओं जैसे कि जानवर, पौराणिक देवता इत्यादि के आकार की कल्पना करते हैं। ठीक उसी तरह खगोल वैज्ञानिकों के लिए भी नक्षत्रों का विषय एक रोमांचित विषय है।
नक्षत्र तारों के समूह हैं जो आकाशगंगा में विभिन्न जगह विराजमान हैं। खगोल वैज्ञानिकों के अनुसार आसमान के उत्तर एवं दक्षिण भाग कि मिलाकर कुल 88 नक्षत्र हैं।
नक्षत्रों का इतिहास (History of Constellation in Hindi)
सूर्य कि ही तरह दूसरे तारे भी एक जगह से दूसरी जगह तक चाकर काटते रहते हैं। एक साल में विभिन्न दिनों पर सूर्यास्त के वक्त अलग अलग नक्षत्र दिखाई देते हैं। नक्षत्रों का दिखाई देना इस बात पर निर्भर करता है कि शाम के समय पृथ्वी किस गति से एवं किस दिशा में चक्कर लगा रहा है। इनके दिखाई देने से यह भी मालूम पड़ता है कि कब कौनसा मौसम शुरू होगा।
आज जितने नक्षत्रों के बारे में हम जानते हैं उनके ग्रीक एवं रोमन नाम उपयोग होते हैं जो तीन हज़ार साल पहले रखे गए थे। हिंदी में इनके ज्योतिष विज्ञान के हिसाब से इनके अलग अलग नाम हैं। कुछ 17,000 साल प्राचीन काल के कुछ गुफाओं में ऐसे संकेत मिले हैं जिनके आधार पर यह पता चलता है कि उस समय के लोगो नक्षत्र के बारे में अवगत थे।
साल 1929 में इंटरनेशनल एस्ट्रोनॉमिकल यूनियन ने आकाश में अलग अलग जगहों पर फैले हुए 88 नक्षत्रों के नाम घोषित किये। इन नक्षत्रों के आधार पर ब्रह्माण्ड में विभिन्न जगहों के ऊपर शोध करने में वैज्ञानिकों को सहायता मिलती है।
ज्योतिषी के आधार पर नक्षत्रों के नाम (Constellation Names based on Astrology in Hindi)
जैसे जैसे पृथ्वी घूमती है – उसी आधार पर सूर्य, चाँद एवं सभी ग्रह आकाश में एक स्थिर पथ पर चक्कर लगाते हैं जिसे रविमार्ग या एक्लिप्टिक मार्ग कहा जाता है। जिन 12 नक्षत्रों से वे गुजरते हैं उनको राशिओं के तारे कहा जाता है। इन राशियों के नाम इस प्रकार हैं :
- मकर (Capricon)
- कुम्भ (Aquarius)
- मीन (Pieces)
- मेष (Aries)
- वृषभ (Taurus)
- मिथुन (Gemini)
- कर्क (Cancer)
- सिंह (Leo)
- कन्या (Virgo)
- तुला (libra)
- वृश्चिक (Scorpio)
- धनु (Saggitrus)
ज्योतिष इन बारह राशिओं का प्रयोग भविष्य बताने में करते हैं। ज्योतिष कोई विज्ञान नहीं है। ये राशि विज्ञान के नक्षत्रों से काफी अलग हैं। उदाहरण के लिए आप जिस दिन पैदा होते हो, उस दिन के समय के हिसाब से ज्योतिष यह तय करके बताते हैं कि आपकी राशि क्या होगी। राशि एवं ग्रह एक दूसरे को प्रभावित भी करते हैं।
नक्षत्र पृथ्वी ग्रह से कितने दूर हैं? (Distance of Constellation from Earth)
नक्षत्र एवं उनके तारे आसमान में इधर उधर फैले हुए हैं। फोटोग्राफिक मैपिंग तकनीक के आधार पर वैज्ञानिकों का ऐसा कहना है कि ये पृथ्वी से लगभग 10 लाइट ईयर दूर होंगे।
रात के समय हम जो तारों का समूह देखते हैं, वो सिर्फ एक ऊपरी भाग है। नक्षत्रों के बारे में जानने के लिए वैज्ञानिक गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
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