केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने लड़कियों और लड़कों के बीच लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए एक नया ऑनलाइन, जीवन कौशल सीखने का मॉड्यूल ‘Criiio 4 Good’ लॉन्च किया। यह कार्यक्रम अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, यूनिसेफ और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सहयोग से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में शुरू किया गया।
कार्यक्रम में प्रधान ने कहा, मौलिक सिद्धांत के रूप में लैंगिक समानता और समान अवसरों पर NEP 2020 पर बात कही। उन्होंने कहा, Criiio 4 Good के माध्यम से, खेल की शक्ति और क्रिकेट की लोकप्रियता का उपयोग बालिकाओं को सशक्त बनाने और लैंगिक समानता के बारे में जागरूकता फैलाने के माध्यम के रूप में किया जा सकता है। उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे देश ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम के पारित होने और भारत को महिला नेतृत्व वाले विकास में सबसे आगे ले जाने की बात कहा।
Pleased to launch the #Criiio4Good campaign at the Narendra Modi Stadium in Ahmedabad together with Dr. Kuberbhai Dindor, Shri @prafulpbjp, Ms. @MsCMcCaffrey, Shri @JayShah and Ms. @mandhana_smriti.
A joint initiative of @ICC, @BCCI, @UNICEF and @EduMinOfIndia, ‘Criiio 4 Good’… pic.twitter.com/Xjx4O22udp
— Dharmendra Pradhan (@dpradhanbjp) September 28, 2023
स्मृति मंधाना ने स्टेडियम में 1000 से अधिक स्कूली बच्चों के साथ Criiio 4 Good का पहला शिक्षण मॉड्यूल से परिचय कराया। मॉड्यूल अत्यधिक आकर्षक हैं, और वे मज़ेदार, इंटरैक्टिव तरीके से लड़कियों और लड़कों के बीच आवश्यक जीवन कौशल और लैंगिक समानता के बारे में बात करने के लिए क्रिकेट की शक्ति का उपयोग करते हैं।
‘Criiio 4 Good’ लैंगिक समानता को बढ़ावा देने, लड़कियों को जीवन कौशल से लैस करने और खेलों में उनकी भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए 8 क्रिकेट-आधारित एनीमेशन फिल्मों की एक श्रृंखला है।
क्रिकेट के युवा दर्शकों की लोकप्रियता और जुनून का उपयोग करते हुए, ICC और UNICEF ने बच्चों और युवाओं को महत्वपूर्ण जीवन कौशल अपनाने और लैंगिक समानता के महत्व की सराहना करने के लिए प्रेरित करने के लिए ये मॉड्यूल जारी किए। कार्यक्रम को criiio.com/criiio4good पर तीन भाषाओं: अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में निःशुल्क देखा जा सकता है।
आठ मॉड्यूल के विषय हैं: नेतृत्व, समस्या-समाधान, आत्मविश्वास, निर्णय लेना, बातचीत, सहानुभूति, टीम वर्क और लक्ष्य निर्धारण और क्रिकेट उदाहरणों का उपयोग करके अत्याधुनिक एनीमेशन के माध्यम से कल्पना की जाती है। स्थानीय बारीकियों पर गहन शोध ने इन फिल्मों को वास्तविक और प्रासंगिक बना दिया है।