केंद्र सरकार की ओर से बैंक ऑफ़ बरोडा, देना बैंक और विजया बैंक का विलय कर एक नयी बैंक का गठन किया जाएगा। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा, बैंकिंग सिस्टम में पारदर्शिता लाने के लिए सरकार कई कदम उठा रहे हैं। और अब लोग जान चुके हैं की अगर वे कर्जा ले रहे हैं तो उसे उन्हें लौटना ही पड़ेगा।
वित्त मंत्रालय में वित्तीय सेवा विभाग के सचिव राजीव कुमार ने कहा, “इन बैंकों का विलय कर एक बैंक का गठन किया जाएगा, जोकि देश की तीसरी सबसे बड़ी बैंक होगी। बैंकों के विलय की प्रक्रिया में कर्मचारियों के हितों का ध्यान रखा जाएगा।”
Alternative Mechanism under FM suggests @bankofbaroda, @VijayaBankIndia & @dena_bank to consider amalgamation; to create India’s 3rd largest globally competitive Bank @PMOIndia @FinMinIndia @PIB_India @DDNational @DDNewsLive pic.twitter.com/yGGtsN2eCA
— Rajiv kumar (@rajivkumarec) September 17, 2018
“स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया और उसके पांच सहयोगी बैंकों का विलय बिना किसी नुकसान के पूरा हुआ था। विलय के बाद भी यह तीन बैंक स्वतंत्रता से काम कर सकेंगी। विलय से बैंकों के कार्यक्षमता और ग्राहक सेवा में बढोतरी होगी”
“नॉन परफोर्मिंग एसेट्स को 21,000 करोड़ से घटाया गया हैं। 2018-19 इस वित्तीय वर्ष के पहले तिमाह में बैंकों द्वारा 36,551 करोड़ बरामद किए गए हैं और इस विकास के इस स्तर और तालमेल को जारी रखना जरुरी हैं।”