दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग 8 से 17 दिसंबर, 2023 तक पटना में देश भर के दिव्यांग उद्यमियों व कारीगरों के उत्पादों और शिल्प कौशल को प्रदर्शित करने वाला एक अनूठा कार्यक्रम ‘दिव्य कला मेला’ आयोजित कर रहा है। यह कार्यक्रम आगंतुकों के लिए एक रोमांचक अनुभव पेश करेगा क्योंकि इसमें जम्मू एवं कश्मीर, उत्तर पूर्वी राज्यों सहित देश के विभिन्न हिस्सों के उत्पाद, हस्तशिल्प, हथकरघा, कढ़ाई के काम और डिब्बाबंद भोजन आदि एक साथ देखे जा सकेंगे।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन 8 दिसंबर, 2023 को शाम 5.00 बजे केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार द्वारा किया जायेगा। इस अवसर पर केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा भौमिक भी उपस्थित रहेंगी।
यह दिव्यांगजनों के आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग की एक अनूठी पहल है। ‘दिव्य कला मेला’ दिव्यांगों के उत्पादों एवं कौशल के विपणन व प्रदर्शन हेतु एक बड़ा पटल प्रस्तुत करता है। पटना में आयोजित होने वाला ‘दिव्य कला मेला’ 2022 में शुरू किए गए इस मेले की श्रृंखला का ग्यारहवां आयोजन है।
लगभग 20 राज्यों और केन्द्र-शासित प्रदेशों के लगभग 100 दिव्यांग कारीगर, कलाकार तथा उद्यमी अपने उत्पादों एवं कौशल का प्रदर्शन करेंगे। व्यापक श्रेणी में उत्पाद उपलब्ध होंगे: गृह सजावट एवं जीवन शैली, कपड़े, स्टेशनरी एवं पर्यावरण के अनुकूल उत्पाद, डिब्बाबंद भोजन एवं जैविक उत्पाद, खिलौने एवं उपहार, व्यक्तिगत सहायक उपकरण – आभूषण, क्लच बैग। यह मेला सभी के लिए ‘वोकल फॉर लोकल’ होने और दिव्यांग कारीगरों द्वारा उनके अतिरिक्त दृढ़ संकल्प से बनाए गए उत्पादों को देखने व खरीदने का एक अवसर होगा।
पटना में आयोजित यह 10-दिवसीय ‘दिव्य कला मेला’ सुबह 10.00 बजे से रात्रि 10.00 बजे तक खुला रहेगा। इसमें दिव्यांग कलाकारों और जाने-माने पेशेवरों के प्रदर्शन सहित सांस्कृतिक गतिविधियों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की जायेगी। इस कार्यक्रम में आगंतुक देश के विभिन्न क्षेत्रों के अपने पसंदीदा भोजन का आनंद भी ले सकेंगे।
विभाग के पास इस अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए भव्य योजनाएं हैं, जिसके हिस्से के रूप में देश भर में ‘दिव्य कला मेला’ आयोजित किया जाएगा। वर्ष 2023-2024 के दौरान यह कार्यक्रम अन्य शहरों में भी आयोजित किया जाएगा।