Wed. May 1st, 2024
    ट्रैन आयी ट्रैन आयी

    सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली को जल्द ही एक नया विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन मिलने वाला है।

    बिजवासन रेलवे स्टेशन का होगा पुनर्विकास :

    रेलवे स्टेशन विकास पहल के तहत दिल्ली के बिजवासन रेलवे स्टेशन का पुनर्विकास किया जाएगा। यह स्टेशन वर्तमान में लोकल रेलगाड़ियों को तरजीह दे रहा है। इसके पुनर्विकास के दौरान इसमें अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी जिससे यह विश्वस्तरीय रेलवे स्टेशन कहलायेगा।

    यह रेलवे स्टेशन इंदिरा गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास है जिससे बहुत सुविधा मिलेगी और इसके साथ साथ मेट्रो के ज़रिये इसे शहर के दुसरे हिस्सों से जोड़ा जाएगा।

    पुनर्विकास की लागत की जानकारी :

    सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुनर्विकास का पूरा कार्य दो चरणों में किया जाएगा। इन दो चरणों में से पहले चरण में 350 करोड़ रुपये खर्च होंगे और इसके तहत, मुख्य टर्मिनल सहित मुख्य स्टेशन क्षेत्र को लगभग ढाई साल में विकसित किया जाएगा। इसके बाद दूओसरे चरण में दुसरे क्षेत्रों में विकास किया जाएगा और अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध  जायेंगी।

    रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास से होगा यह लाभ :

    इसके पुनर्विकास से यह आशा है की एक बार यह बन जाता है और इसको चालु कर दिया जाता है तो शहर के दुसरे रेलवे स्टेशनों पर दबाव काम हो जाएगा।

    जयपुर रेलवे स्टेशन को भी दिया एयरपोर्ट जैसा फील :

    रेलवे विभाग ने जयपुर रेलवे स्टेशन में सबसे पहले पूरे स्टेशन में एलईडी लाइट्स लगा दी हैं। इससे पूरे स्टेशन पर प्रकाश के स्तर में सुधार आया है। इसके साथ ही इसे एयरपोर्ट के समान दिखने लायक बना दिया है। अब जयपुर रेलवे भवन ना केवल बेहतर प्रकाश व्यवस्था प्रदान करता है बल्कि सुन्दर भी दिखता है।

    रेलवे बोर्ड के निर्देशों के अनुसार उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन को आधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाली एलईडी लाइटों से सुसज्जित कर दिया गया है। इसके अलावा, रेलवे स्टेशन पर एलईडी लाइटें लगाते समय, राष्ट्रीय ट्रांसपोर्टर ने बिजली बचाने के उपाय भी किए। इसलिए, ऊर्जा-कुशल एलईडी लाइट्स का उपयोग रेलवे स्टेशन के प्रकाश स्तर को बढ़ाने के लिए किया गया है। 

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

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