जैसे की भारत कि आगामी 2019 विश्वकप टीम में 15 में से 13 सदस्यो की टीम पक्की है ऐसे में सोमवार को क्रिकेट केंद्र में बैठक के बाद बीसीसीआई विश्वकप के लिए 15 सदस्यीय टीम की घोषणा करेगी।
टीम में अब केवल दो स्थान खाली है और यह दो स्थान विश्वकप को देखते हुए बहुत महत्वपूर्ण भी है। इन दो स्थानो में एक नंबर चार का स्थान है जिसके लिए अब तक बहस जारी है और दूसरा एक अतिरिक्त आलराउंडर का स्थान।
पिछले कुछ सालो में अपनी बल्लेबाजी के दम पर एक के बाद एक बुलंदिया छू रहे ऋषभ पंत को लगता है कि वह इस बार अपने पहला विश्वकप खेल सकते है लेकिन दूसरे विकेटकीपर बल्लेबाज के लिए उन्हे कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है क्योकि दूसरी और अनुभवी दिनेश कार्तिक है। ऐसा ही कुछ नंबर चार के स्लॉट के लिए भी है जहां अपने आलराउंड कौशलता का नजारा दिखाते आए विजयशंकर नंबर चार पर बल्लेबाजी करने को तैयार है और अंबाती रायडू को कड़ी प्रतिस्पर्धा दे रहे है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में रायडू ने तीन मैच खेल थे जहां उन्होने 2, 18 और 13 रन की पारी खेली थी, जिसके बाद से ही चयनकर्ताओं का भी उनपर से विश्वास उठ गया है। इसलिए नंबर चार पर जगह बनाना उनके लिए बहुत मुश्किल हो सकता है।
दूसरे विकेटकीपर की लड़ाई में पंत के लिए इस समय कुछ फायदे भी है, जबकि वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में रन बनाने में कामयाब रहे थे। एक चयन समिति के अधिकारी ने टीम घोषित होने से पहेल बताया, ” पंत के पक्ष में जो चीजे काम करती है वह पहले तो विस्फोटक बल्लेबाज है और दूसरे बाएं-हाथ के बल्लेबाज है। और टीम के पास टॉप-6 खिलाड़ियो में शिखर धवन के रुप में एक ही बाए-हाथ का खिलाड़ी है। तो पंत को टीम में रखने से एक अच्छा संयोजन भी बनता है।
चयनकर्ता किरण मोरे ने कहा, ” अगर मुझे चुनना होता तो मैं पंत को चुनता क्योंकि वह एक मैच विजेता खिलाड़ी है और नंबर-6 के लिए आदर्श खिलाड़ी है। वह अनावरण दे सकते है। वह पहले ही भारत से बाहर विदेश में टेस्ट शतक जड़ चुके है। अगर किसी भी बाएं-हाथ के बल्लेबाज को चुनना है तो उनसे अच्छा इस वक्त कोई नही है। वह बल्लेबाजी क्रम में कही भी फिट हो सकते है। उस समय के बारे में सोचे जब टीम के 200 रन पर दो विकेट हो और पंत बल्लेबाजी के लिए जा रहे हो।”
कुछ चीजे ऐसी भी है जिससे पंत को विश्वकप की टीम में जगह नही मिल सकती है जैसे की उनकी विकेटकीपिंग के कारण। लेकिन मोरे का कहना है, ” वह आईपीएल में अच्छा कर रहे है और उनके दस्तानो में बहुत सुधार आया है।”
हालांकि, कार्तिक को भी टीम से बाहर करना ठीक नही होगा। क्योंकि तमिलनाडु के बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने अपने आप को हमेशा मध्य क्रम में एक अहम खिलाड़ी के रूप में दर्शाया है। और कई बार उन्होने टीम के लिए आसानी से मैच खत्म किया है। जिसका सबसे अच्छा उदाहरण तब देखने को मिला था जब उन्होने निदाहस ट्रॉफी के फाइनल में 8 गेंदो में 29 मारकर टीम को जीत दर्ज करवाई थी।