भारत के अधिकतर नागरिक घूमने के लिए थाईलैंड की यात्रा करना अधिक मुनासिब समझते हैं। साल 2018 में 16 लाख भारतीयों ने थाईलैंड की यात्रा की और वहां 2.2 अरब डॉलर का खर्च किया था। बीते कुछ वर्षों में थाईलैंड जाने वाले भारतीयों की संख्या में काफी इजाफा हुआ है, हालांकि थाईलैंड के नक़्शे पर अभी चीन का ही प्रभुत्व कायम है।
भारत के अधिकतर पर्यटक समूह में जाने की बजाय अकेले थाईलैंड की यात्रा करना पसंद करते हैं। वे थाई पर्यटन मंत्रालय का इस पहल के लिए शुक्रिया अदा करते हैं। थाईलैंड का पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकों पर ध्यान केन्द्रित करते हुए कई कार्यक्रमों का प्रचार करते हैं। साथ ही कई समारोह और तैयारियों की योजना भी बनाते हैं।
थाईलैंड पर्यटन मंत्रालय ने अहमदाबाद, पुणे अमृतसर और भुवनेश्वर में ‘अमेजिंग थाईलैंड’ के नाम से रोडशो किये थे। इस दौरान 70 थाई प्रदर्शकों ने ग्रेटर नॉएडा के इंडो एक्सपो सेंटर में आयोजित दक्षिण एशिया ट्रेवल और टूरिज्म एक्सचेंज में भाग लिया था।
थाई मंत्रालय ने कम मशहूर पर्यटन स्थलों का प्रचार करने की भी योजना बनायीं है ताकि अधिक से अधिक भारतीय थाईलैंड के खूबसूरत स्थलों का लुत्फ़ उठा सके। हाल ही में थाई सरकार ने थाईलैंड पंहुचने पर वीजा शुल्क में छूट देने का निर्णय लिया था, इससे भारतीय पर्यटकों की तादाद बढ़ने के आसार हैं।
भारतीय और थाई एयरलाइन ने दोनों मुल्कों के मध्य कनेक्टिविटी में विस्तार किया है, पर्यटकों के समक्ष यात्रा के लिए कई विकल्प मौजूद है। थाईलैंड में छठे पायदान पर सबसे अधिक भारतीय यात्रा करते हैं। थाईलैंड में भारतीय पर्यटकों की संख्या के लिहाज से भारत जापान से एक कदम पीछे और रूस से एक कदम आगे है।