हैदराबाद, 2 जुलाई (आईएएनएस)| तेलंगाना में मंगलवार सुबह वन विभाग कर्मियों पर एक और हमला किया गया, जिसमें वन विभाग के दो अधिकारी घायल हो गए। यह जानकारी पुलिस ने दी।
भद्राद्रि कोठागुडम जिले में गुंदलापडु के पास यह हमला उस वक्त हुआ, जब वन विभाग के अधिकारी ग्रामीणों के एक समूह को वनभूमि पर अवैध रूप से खेती करने से रोकने का प्रयास कर रहे थे।
वन खंड अधिकारी नीलामैया और बीट अधिकरी भास्कर राव को ग्रामीणों के समूह ने डंडे से खूब पीटा, ये गांववासी ट्रैक्टर से वनभूमि की जुताई कर रहे थे।
वन अधिकारियों को कई चोटें आईं और उन्हें पलौंचा अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्होंने पुलिस के साथ मिलकर उन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया और जांच शुरू की गई।
यह घटना कोमाराम भीम आसिफाबाद जिले में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेता और उनके समर्थकों द्वारा वन विभाग के एक महिला अधिकारी सी. अनीता पर हुए बर्बर हमले से काफी मिलती-जुलती है।
टीआरएस विधायक कोनेरू कोनप्पा के भाई कृष्णा राव और उनके अनुयायियों ने सरसला गांव में रविवार को लाठी से वन विभाग अधिकारी चोले अनिता पर हमला बोल दिया, जिससे उन्हें काफी चोटें आईं और खूब भी बहा।
हादसा उस वक्त हुआ, जब किसानों के एक समूह ने वन विभाग के अधिकरियों को वनभूमि पर पौधरोपण करने से रोकने का प्रयास कर रहे थे।
इस घटना के बाद राव ने जिला परिषद उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया और 16 अन्य लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
कोठागुडम जिले में हुई एक अन्य घटना में पुलिस ने सोमवार को विधायक वी. वेंकटेश्वर राव और उनके खिलाफ मामला दर्ज किया और यह मामला वन विभाग के अधिकारियों के शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया। वन विभाग के अधिकारियों का आरोप है कि ये उनके काम में कथित रूप से बाधा डाल रहे थे।
विधायक, उनके बेटे और उनके समर्थक कथित रूप से लक्ष्मीदेवीपल्ली मंडल में वनभूमि की रक्षा के लिए वन विभाग के अधिकारियों द्वारा बनाए जाने वाले एक दीवार को बनने से रोकने का प्रयास कर रहे थे।