भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने रविववार को तेलंगाना के नरायणपेट में एक रैली को सम्बोधित किया। इस रैली में अमित शाह ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर निशाना साधा और कहा कि वो अल्पसंखयकों का तुष्टिकरण कर रही है। लेकिन अमित शाह के ये दावे और आरोप तब झूठे साबित हो गए जब हमने इन दावों की पुष्टि के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को देखा।
आइये आपको बताते हैं उन आरोपों की सच्चाई जो अमित शाह ने कांग्रेस पर लगाए।
आरोप 1 : मस्जिद और चर्च में मुफ्त बिजली लेकिन मंदिर में नहीं
भाजपा अध्यक्ष ने अपने भाषण के दौरान कांग्रेस के घोषणापत्र का हवाला देते हुए था ‘भाइयों ये कांग्रेस कहती है कि मस्जिद और चर्च के बिजली का बिल सरकार भरेगी। हमें उससे कोई आपत्ति नहीं है लेकिन मंदिरों की बिजली का बिल क्यों नहीं भरोगे भाई?’ फिर अमित शाह ने भीड़ से पूछ था ‘मंदिरों के भी बिल भरने चाहिए कि नहीं भरने चाहिए?’
(वीडियो में 14:40 से 14:55)
लेकिन कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र कुछ और ही कहता है। देखें इस पॉइंट नंबर 33 को
कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुसार पार्टी ने मंदिर, मस्जिद और चर्च तीनो मुफ्त बिजली सप्लाई देने का वादा किया है।
आरोप 2 : उर्दू शिक्षकों की अलग से भर्ती
अपने उसी भाषण में भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस पर एक और आरोप लगाया और कहा ‘भाइयों ये (कांग्रेस) कहते हैं कि उर्दू जानने वाले शिक्षकों की अलग से भर्ती होगी। मैं पूछता हूँ कि तो तेलुगु बोलने वाले और लिखने पढ़ने वाले शिक्षक कहाँ जाएंगे?’
इस आरोप के जरिये अमित शाह ये बताना चाह रहे थे कि कांग्रेस तेलुगु भाषियों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है और उन्हें दोयम दर्जे का मानती है। लेकिन जब हमने कांग्रेस के घोषणापत्र को देखा तो हमें पता चला कि ऐसी कोई बात उसमे नहीं है। (विडियो में 15:15 से 15:28)
देखें इन पॉइंट्स को :
ये सच है कि कांग्रेस ने 20,000 उर्दू भाषी शिक्षकों की भर्ती के लिए एक अलग से ‘जिला चयन समिति’ बनाने की बात कही गयी है लेकिन साथ ही साथ 20,000 तेलुगु भाषियों के लिए भी ‘जिला चयन समिति’ बनाने की बात की गई है।
आरोप 3 : अल्पसंख्यकों के लिए छात्रवृति
अमित शाह ने एक और आरोप लगाया कि कांग्रेस अल्पसंख्यक छात्रों के लिए 20 लाख रुपये छात्रवृति की घोषणा की है। उन्होंने कहा ‘मित्रों वो 20 लाख रूपया अल्पसंख्यक छात्रों को देंगे। मैं पूछना चाहता हूँ … पिछड़े समाज का, ओबीसी समाज का गरीब बच्चा जिसके पास पढने के लिए पैसे नहीं है, उसको पैसे मिलने चाहिए या नहीं मिलने चाहिए?
हालाँकि हमने जब पड़ताल की तो हमें पता चला कि ये सच है कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के लिए 20 लाख रुपये छात्रवृति की घोषणा की है लेकिन साथ ही साथ उसने ओबीसी, एससी, एसटी के लिए भी 25 लाख छात्रवृति की घोषणा की है। (विडियो में 15:38 से 15:38)
देखें पॉइंट नंबर 6 और 13 को :
आरोप 4 : अल्पसंख्यकों के लिए अस्पताल
अमित शाह ने कांग्रेस पर आरोप लगाये कि उन्होंने अपने घोषणापत्र में सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए अस्पताल बनाने की घोषणा की। उन्होंने कहा ‘वो माइनॉरिटी के लिए अलग अस्पताल बनाने की बात करते है। मैं पूछना चाहता हूँ राहुल गाँधी से कि जो गरीब माइनॉरिटी कम्युनिटी में नहीं है उनका क्या दोष है?
हमने जब इस इस आरोप की पड़ताल की तो उभर कर सामने आया कि कांग्रेस ने अस्पताल बनाने की घोषणा की है लेकिन सिर्फ अल्पसंख्यकों के लिए नहीं बल्कि अल्पसंख्यक बहुलता वाले क्षेत्रों में अस्पताल बनाने की बात कही गई है।
(देखें विडियो में 14:15-14:30)
देखें इन पॉइंट्स को
इससे साफ़ जाहिर होता है कि अमित शाह धार्मिक आधार पर ध्रुवीकरण के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं।
(स्त्रोत: alt news)