Fri. Nov 22nd, 2024
    तेजस्वी यादव ने उठाई कोटा के लिए आवाज़, आंदोलन का किया वादा

    बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार के विपक्षी राष्ट्रिय जनता दल के ओबीसी को कोटा दिलाने की वकालत ने लालू प्रसाद यादव की पार्टी को आवाज़ ऊँची करने को मजबूर कर दिया है। गुरुवार को तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी अपनी इच्छा से केंद्र को झुकाने के लिए आंदोलन शुरू करेगी।

    कल कर्पूरी जयंती वाले दिन घोषणा की गयी थी जिसका आरक्षण मुद्दे के लिए विशेष महत्व है।

    कर्पूरी ठाकुर, जो जन नायक (जन नेता) करार दिए गए, एक लोकप्रिय पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी नेता थे और जो लालू यादव, मुलायम सिह और रामविलास पासवान के गुरु थे।

    लालू यादव की पार्टी ने संसद में जनरल श्रेणी के लिए दस प्रतिशत कोटा बिल के खिलाफ मतदान किया था। तेजस्वी यादव न केवल अन्य पिछड़े वर्गों (ओबीसी) के लिए मौजूदा 27 फीसदी से कम से कम 40 फीसदी कोटा मांग रहे हैं, उन्होंने निजी क्षेत्र की नौकरियों में भी कोटा की मांग की है।

    हालांकि इसके पक्ष में सवर्णों को शामिल करने की गारंटी है, लेकिन पार्टी यह उम्मीद कर रही है कि राज्य में अन्य पिछड़ा वर्ग और दलितों के समर्थन से होने वाले लाभ में बढ़ोतरी होगी।

    सामान्य वर्ग के लिए कोटा का स्वागत करते हुए, नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इसमें ‘कुछ भी गलत’ नहीं लगता हैं क्योंकि यह ओबीसी और दलितों के लिए मौजूदा कोटा में हस्तक्षेप नहीं करता है। उन्होंने कहा-“अभी के लिए, हम ओबीसी और एससी/एसटी के लिए कोटा पर सुप्रीम कोर्ट की 50 प्रतिशत की सीमा से बंधे हैं।”

    लेकिन कुमार के समर्थक खुश हैं। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि उन्होंने तर्क दिया है कि अगर संविधान संशोधन द्वारा 10 प्रतिशत कोटा उच्च जातियों को दिया जा सकता है और बिना किसी सर्वेक्षण के, तो संविधान में एक और संशोधन द्वारा कोटा कैप क्यों नहीं बढ़ाई जा सकती।

    By साक्षी बंसल

    पत्रकारिता की छात्रा जिसे ख़बरों की दुनिया में रूचि है।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *