तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैयाब एर्दोगन ने कहा कि “अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को तुर्की पर प्रतिबंधों को माफ़ करने का अधिकार है। तुर्की ने रूस की वायु रक्षा प्रणाली को खरीदा रा और उन्हें मतभेद में बीच के रास्ते को ढूँढना चाहिए।”
प्रतिबंधो से बचाव का राष्ट्रपति को हक़
तुर्की को दो दिन पूर्व ही रूस की एस-400 रक्षा प्रणाली के भागो की पहली डिलीवरी मिली थी। जबकि अमेरिका ने धमकी दी थी कि यह कदम अमेरिकी प्रतिबंधों को आमंत्रण दे सकता है। एर्दोगन ने तुर्की के पत्रकार के हवाले से कहा कि “ट्रम्प के समक्ष कास्टा प्रतिबंधो को स्थगित करने का अधिकार है।”
अमेरिका के प्रतिबन्ध रूस से सैन्य उपकरणों को खरीदने से रोकने के लिए तय किये गए थे। एर्दोगन ने कहा कि “यह मामले की शुरुआत से ट्रम्प को बीच के मार्ग को खोजने की जरुरत थी।” जी-20 शिखर सम्मेलन में मुलाकात के दौरान ट्रम्प ने तुर्की की स्थिति के प्रति संवेदना व्यक्त की थी।
तुर्की का सौदा प्रतिबंधो को देगा न्योता
उन्होंने कहा था कि “अंकारा ने मोस्को से एस-400 प्रणाली को खरीदा क्योंकि अमेरिका के पूर्व शासन ने अंकारा को पेट्रियट मिस्सले बेचने से इंकार कर दिया था।
एर्दोगन ने कहा कि “अब, मुझे नहीं लगता कि ट्रम्प के सहयोगियों का भी यही विचार होगा और उन्होंने यह समस्त वैश्विक मीडिया के सामने कहा था। एस-400 को खरीदने का मतलब हम जंग के लिए तैयार नहीं है। हम राष्ट्रीय सुरक्षा और शान्ति की गारंटी देने की कोशिश कर रहे हैं।”
कास्टा प्रतिबंधों की धमकी के बाबत अमेरिका के अधिकारी ने कहा कि “तुर्की को एफ-35 स्टील्थ जेट फाइटर प्रोग्राम से बाहर फेंका जा सकता है। इसका मतलब वह इसकी उत्पादन प्रक्रिया या इन लडाकू विमानों को खरीदने का हिस्सा नहीं बन सकेगा।”
अमेरिका को भय है कि अंकारा एस-400 को अपनी रक्षा में शामिल कर लेगा तो अमेरिका द्वारा निर्मित एफ-35 का डाटा रूस के समक्ष लीक हो जायेगा। इस भय के कारण वांशिगटन इस लडाकू विमान से तुर्की को बाहर रखना चाहता है।