अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला सुनाया है जिसे ट्रम्प प्रशासन की महत्वपूर्ण जीत मानी जा रही है। दरअसल अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने 6 मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में यात्रा प्रतिबंध का अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले का समर्थन किया है।
इससे 6 मुस्लिम देशों के नागरिकों पर अमेरिका में ट्रेवल बैन आसानी से लागू हो सकता है। 6 मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में यात्रा प्रतिबंध के अलावा उत्तर कोरिया के लोगों और वेनेजुएला के वरिष्ठ अधिकारियों पर भी प्रतिबंध शामिल है।
अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को कहा है कि अमेरिकी सरकार 6 मुख्य मुस्लिम देशों से यात्रियों पर प्रतिबंध को पूरी तरह से लागू कर सकती है। जबकि इसे चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई निचले कोर्ट में चल रही है।
सुप्रीम कोर्ट के 9 में से 7 जजों ने तो यात्रा प्रतिबंध के पक्ष में मतदान किया जबकि अन्य दो जजों ने यात्रा प्रतिबंध के विरोध में मतदान किया। सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले का हालाँकि बड़ी मात्रा में लोगों ने विरोध किया है। ( सम्बंधित खबर : मुस्लिम यात्रियों पर प्रतिबन्ध के फैसले का ट्विटर पर लोगों ने की निंदा )
प्रतिबंधों में 6 मुस्लिम देशों के अलावा उत्तर कोरिया व वेनेजुएला भी शामिल
सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद चाड, ईरान, लीबिया, सोमालिया, सीरिया और यमन से आने वाले पर्यटकों पर प्रतिबंध अब अमेरिकी सरकार आसानी से लगा सकती है।
इसके अलावा उत्तर कोरिया के लोगों और वेनेजुएला के वरिष्ठ अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लागू हो सकेगा। इसे डोनाल्ड ट्रम्प की शानदार जीत माना जा रहा है।
राष्ट्रपति बनते ही ट्रम्प ने लगाया था प्रतिबंध
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रपति बनने के तुरंत बाद ही मुस्लिम देशों के यात्रियों की अमेरिकी यात्रा पर प्रतिबंध करने के लिए विवादित नीति बनाई थी। ट्रम्प ने चुनावी अभियान में भी इस बात का वादा किया था।
इस नीति का विरोध कई देशों के साथ ही अमेरिका में भी किया गया था। इस प्रतिबंध के खिलाफ निचली कोर्ट में चुनौतियां भी दी गई थी। डोनाल्ड ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि ये प्रतिबंध अमेरिकी सुरक्षा के लिए और आतंकवादी हमलों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है।
व्हाइट हाउस ने नहीं जताई हैरानी
व्हाइट हाउस ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर हैरानी नहीं जताई है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि देश में आतंकवाद के बढ़ते खतरे को रोकने के लिए इन मुस्लिम देशों की यात्रा सीमित करना ट्रम्प प्रशासन का महत्वपूर्ण कदम है। आगे कहा कि यह घोषणा वैध है और हमारे देश की रक्षा के लिए जरूरी है हम घोषणा की पूरी रक्षा करने के लिए तत्पर है।
वहीं मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका में यात्रा प्रतिबंध पर अमेरिकी-इस्लामिक परिषद ने कड़ी आलोचना की है।
सुप्रीम कोर्ट के जज ने कहा कि वे अपेक्षा करते है कि निचली अदालतें भी इस मामले में फैसलों में तेजी लाएगी। सैन फ्रांसिस्को कोर्ट बुधवार को और रिचमंड कोर्ट शुक्रवार को इस मामले में फैसला सुना सकता है।
कर सुधार विधेयक के बाद ट्रम्प की दूसरी जीत
डोनाल्ड ट्रम्प की ये दूसरी जीत कही जा सकती है। क्योंकि ट्रम्प प्रशासन ने कर सुधार विधेयक को भी पारित करवाया था। कर सुधार विधेयक का अमेरिकी सीनेट में पारित होना अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहले साल में बड़ी उपलब्धि मानी गई।
काफी समय से लंबित इस बिल का पारित करवाया गया था। वहीं अब डोनाल्ड ट्रम्प के मुस्लिम देशों के नागरिकों के अमेरिका यात्रा प्रतिबंध पर भी सुप्रीम कोर्ट से समर्थन मिलने के बाद रास्ता खुल चुका है।