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    एम करूणानिधि

    तमिलनाडु के विपक्षी दल डीएमके के प्रमुख एम करूणानिधि को आज सुबह चेन्नई के कावेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। उन्हें फीडिंग ट्यूब से सम्बंधित शिकायत थी। अस्पताल कर्मचारियों ने बताया कि उनकी फीडिंग ट्यूब को बदला जायेगा जो उन्हें दिसंबर में लगाई गई थी। डॉक्टरों का कहना है कि यह एक मामूली प्रक्रिया थी। चिंता करने जैसी कोई बात नहीं है। उनकी हालत पूरी तरह स्थिर है। अस्पताल के कार्यकारी निदेशक एस एस अरविंदन ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि आज शाम तक करूणानिधि को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।

    कावेरी अस्पताल के कार्यकारी निदेशक एस एस अरविंदन ने बताया कि इससे पहले गत वर्ष दिसंबर में सांस लेने में हो रही तकलीफ की वजह से करूणानिधि को अस्पताल में दाखिल कराया गया था। उस समय ट्रेकिआटमी की गई थी। ट्रेकिआटमी में श्वासनली में हुए जीवाणु संक्रमण को दूर करने के लिए श्वासनली में गर्दन के बाहर की त्वचा पर छेद बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि दिसंबर में सांस लेने में हुई शिकायत के बाद फीडिंग ट्यूब डाली गई थी। अब इसे बदला जा रहा है। बता दें कि दिसंबर में करूणानिधि की प्रेक्ट्यूनिक एन्डोस्कोपिक गैस्ट्रोस्टोमी की गई थी। इस प्रक्रिया में एक ट्यूब को उदर भित्ति के माध्यम से पेट में डाला जाता है। इस ट्यूब की मदद से तरल पदार्थ, पोषण पदार्थ और दवाओं को सीधे पेट में डाल दिया जाता है।

    डीएमके प्रमुख एम करूणानिधि को आज सुबह 6:15 पर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उस वक़्त उनकी पत्नी राजति अम्मल, बड़ी बेटी सेल्वी, छोटी बेटी और सांसद कनिमोझी, वरिष्ठ पार्टी नेता पोनमुडी और तमिलनाडु विधानसभा में विपक्ष के उपनेता एम दुरमुरुग्नन भी साथ मौजूद थे। बता दें कि डीएमके प्रमुख एम करूणानिधि के बेटे और उनके भावी उत्तराधिकारी एम के स्टालिन एक निजी यात्रा के सिलसिले में अभी लंदन में हैं। वह डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष भी हैं और तमिलनाडु के आगामी विधानसभा चुनावों में वह मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी का चेहरा होंगे।

    By हिमांशु पांडेय

    हिमांशु पाण्डेय दा इंडियन वायर के हिंदी संस्करण पर राजनीति संपादक की भूमिका में कार्यरत है। भारत की राजनीति के केंद्र बिंदु माने जाने वाले उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले हिमांशु भारत की राजनीतिक उठापटक से पूर्णतया वाकिफ है।मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक करने के बाद, राजनीति और लेखन में उनके रुझान ने उन्हें पत्रकारिता की तरफ आकर्षित किया। हिमांशु दा इंडियन वायर के माध्यम से ताजातरीन राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर अपने विचारों को आम जन तक पहुंचाते हैं।