भारत की पहली इंजन-रहित सेमि हाई स्पीड ट्रैन, जिसे ट्रेन 18 और वन्दे भारत एक्सप्रेस के नाम से भी जाना जाता है, को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई। इसके साथ ही हाल ही में इस ट्रेन के टिकेट के मूल्य की जानकारी भी साझा की गयी थी जिसमे फीडबैक मिलने पर संशोधन किया गया था।
ट्रेन 18 में ये हैं खूबियाँ :
आईसीएफ चेन्नई द्वारा 100 करोड़ के बजट पर बनाई गयी इस ट्रेन में, समकालीन यात्री सुविधाएं हैं, जैसे कि ऑन-बोर्ड वाईफाई, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, सीसीटीवी, वापस लेने योग्य कोच के साथ स्वचालित स्लाइडिंग दरवाजे और शून्य निर्वहन वैक्यूम-आधारित जैव-शौचालय, मोबाइल चार्जिंग पॉइंट और एक जलवायु नियंत्रण प्रणाली।
16 कोच के साथ, इस ट्रेन में उतनी ही यात्रियों को बिठाने की क्षमता है जितनी ‘शताब्दी एक्सप्रेस‘ में है। इसमें वायुगातिकीय तरीके से दोनों तरफ ड्राईवर केबिन बने हैं। इस ट्रेन में एक अग्रिम तरीके के ब्रकिंग सिस्टम भी हैं जो बिजली बचाने के लिए लगाये गए हैं। पूरी ट्रेन वातानुकूलित हैं ताकी यात्री आराम से अपना सफ़र तय कर सकें और साथ ही साथ इस ट्रेन में बाकी ट्रेन के मुकाबले ज्यादा स्पेस भी मौजूद है।
Need for Speed: Train 18 seen cruising at a sustained 180Km/h, officially becoming the fastest train in India pic.twitter.com/2VNF1U3qrl
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) December 26, 2018
पूरी तरह भारत में निर्मित है ट्रेन 18 :
सुधांशु मणि ने बताया हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि इस ट्रेन की अवधारणा और डिजाइन परियोजना पूरी तरह से भारत में किया गया है, और पहले किये गए सभी परियोजना से भिन्न यह किसी भी विदेशी हस्तक्षेप से दूर रहा है। ट्रेन 18 नाम 16 कोच की इस स्वदेशी ट्रेन को मेरे और ICF टीम से चर्चा के बाद दिया गया है। सामान्य नाम ट्रेन 18 आज नए भारत की भावना का प्रतिनिधित्व करता है।
रूट और समय सारिणी :
हाल ही में प्रस्तावित सारिणी के अनुसार वन्दे भारत एक्सप्रेस दिल्ली से सुबह 6 बजे रवाना होगी और दोपहर के 2 बजे वाराणसी पहुंचेगी। इस रूट के बीच में यह कानपूर में 10:20 बजे रुकेगी और उसके बाद प्रयागराज में 12:25 पर रुकेगी। अपने पूरे रूट में यह ट्रेन इन दो स्टेशन के अलावा कहीं नहीं रूकेगी।
इसके बाद वापसी के लिए यह ट्रेन वाराणसी से शाम 3:00 बजे रवाना होगी। इस रूट में यह प्रयोअग्राज स्टेशन पर 4:35 पर रुकेगी और इसके बाद कानपूर में शाम 6:30 बजे पहुंचेगी। यहाँ रुकने के बाद यह दिल्ली में 11:00 बजे पहुंचेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस सप्ताह में पांच दिन चलेगी – मंगलवार, बुधवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार। सोमवार और गुरुवार को नई स्व-चालित ट्रेन का रखरखाव किया जाएगा।